UPSC: कोई था बैंक में PO तो कोई आर्किटेक्ट, फुल टाइम जॉब के साथ इन लोगों ने क्लीयर किया यूपीएससी एग्जाम
UPSC राजस्थान के जोधपुर से ताल्लुक रखने वाली स्तुति चरण ने बैंक में पीओ की नौकरी करने के साथ यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न चरणों को पास किया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बैंक पीओ के रूप में की थी

एजुकेशन डेस्क। UPSC: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा क्रैक करना आसान नहीं होता है। वहीं, अगर यह एग्जाम फुल टाइम जॉब के साथ निकालना हो तो और मुश्किल हो जाता है। 8 से 9 घंटे की नौकरी और ट्रैवल टाइम जोड़ कर करीब-करीब साढ़ें नौ घंटे के बाद पढ़ाई के लिए समय निकालना लगभग मुश्किल हो जाता है। हालांकि, इन परिस्थितियों में भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो न केवल पढ़ने का सपना देखते हैं बल्कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते हैं। ये केवल तैयारी ही नहीं करते हैं बल्कि उसमे सफल भी होते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही चुनिंदा IAS अफसरों की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने फुल टाइम जॉब के साथ संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक किया था। आइए डालते हैं एक नजर।
राजस्थान की स्तुति ने बैंक में पीओ की नौकरी के साथ हासिल की सफलता
राजस्थान के जोधपुर से ताल्लुक रखने वाली स्तुति चरण ने बैंक में पीओ की नौकरी करने के साथ यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न चरणों को पास किया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बैंक पीओ के रूप में की थी। हालांकि, इस दौरान उनके भीतर लगन थी कि उन्हें UPSC क्रैक करना है। इसका नतीजा यह था कि वह नौकरी करते हुए भी पढ़ा करती थी। जाॅब के साथ-साथ खुद के पढ़ने का टाइम टेबल निश्चित कर लिया था। इसके बाद उन्होंने पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी। अंत में उन्होंने इस एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन करते हुए तीसरी रैंक हासिल की थी।
कर्नाटक की अपर्णा रमेशन ने आर्किटेक्ट के पद पर रहते पास किया ये टफ एग्जाम
कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाली अपर्णा रमेशन ने आर्किटेक्ट के पद नौकरी करते हुए यह परीक्षा क्रैक की थी। अपर्णा, जब ये जॉब कर रहीं थीं उसी दौरान उन्हें यह अहसास हुआ कि वे प्रशासनिक सेवाओं मे जाना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की तैयारी करने का ठाना। हालांकि, इस दौरान वे जॉब भी नहीं छोड़ना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने एक सटीक रणनीति बनाई। वक्र फॉम्र होम के दौरान से सुबह 4 से 8 बजे तक पढ़ती थीं। इसके बाद वे ऑफिस काम का करती थीं। इस तरह से उन्होंने जॉब और पढ़ाई दोनों को मैनेज किया। अंत में इसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें एग्जाम में सफलता मिल गई। हालांकि, पहले प्रयास में वे सफल नहीं हो पाई। लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने 35वीं रैंक हासिल की थी।
सुमित ने भी पेट्रोलियम इंजीनियर की नौकरी के साथ हासिल की 55वीं रैंक
नौकरी के साथ सुमित ने भी UPSC CSE परीक्षा क्रैक की थी। सुमित नेअपनी स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद इंजीनियरिंग की तैयारी की थी। इसके बाद IIT धनबाद में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में दाखिला मिला। यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद उनकी एक एक बड़ी और निजी कंपनी में पेट्रोलियम इंजीनियर के तौर पर जॉब लग गई थी। लेकिन उनका मन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में लगा था। इसलिए उन्होंने फैसला किया था वे जॉब के साथ-साथ तैयारी करेंगे। हालांकि, पहले 4 अटेम्प्ट में वे सफल नहीं हो सके। लेकिन पांचवे प्रयास में उन्हें कामयाबी हासिल हुई। इस बार उन्होंने 54वीं रैंक हासिल की थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।