यूपीएससी सिविल सेवा प्रीलिम्स सहित अन्य परीक्षाओं की ऐसे करें तैयारी, बेहतर अंक हासिल करने में मिलेगी मदद
UPSC CSE Prelims 2023 किसी भी परीक्षा की बुनियादी तैयारी उसके पाठ्यक्रम से संबंधित किताबों से ही होती है लेकिन अक्सर छात्र यह गलती करते हैं कि जब परीक्षा बिल्कुल पास आ जाती है तब पढ़ाई को लेकर सजग होते हैं

UPSC CSE Prelims 2023: आने वाले दिनों में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा और सीयूईटी समेत कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं होने वाली हैं। आइये जानें, तैयारी को लेकर सही तरीका क्या होना चाहिए, जिससे परीक्षा में आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें…
गोविन्द भादू। परीक्षा चाहे किसी भी स्तर की हो, हर छात्र के करियर में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसीलिए अक्सर छात्र परीक्षा का नाम सुनकर ही सहम जाते हैं। परीक्षा की तैयारी के लिए नोट्स, गेस पेपर आदि के पीछे भागने लगते है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं, जिनका ठीक से पालन किया जाए, तो आप कम समय में किसी भी परीक्षा की तैयारी बहुत अच्छी तरह से कर सकते हैं :
मजबूत हो बुनियादी तैयारी : किसी भी परीक्षा की बुनियादी तैयारी उसके पाठ्यक्रम से संबंधित किताबों से ही होती है, लेकिन अक्सर छात्र यह गलती करते हैं कि जब परीक्षा बिल्कुल पास आ जाती है, तब पढ़ाई को लेकर सजग होते हैं और फिर हड़बड़ी में रेफरेंस बुक्स या पिछले वर्षों के रेफरेंस पेपर से पढ़ाई करते हैं। इससे बुनियादी धारणाओं और सिद्धांतों पर उनकी मजबूत पकड़ नहीं बन पाती है और नोट्स व गेस पेपर में उन्हें ऐसे-ऐसे प्रश्न मिलते हैं जिसका उन्हें कोई आइडिया नहीं होता। परिणामस्वरूप उन पर तनाव हावी होने लगता है। इस कारण जो थोड़ा बहुत पढ़ा होता है, उसे भी अक्सर परीक्षा में भूल जाते हैं।
ठीक नहीं धारणाओं को रटना : उत्तरों को रटने के बजाय धारणाओं को समझ कर पढ़ाई करने से विषय पर आपकी मजबूत पकड़ बन सकती है। समझ कर पढ़ने से कोई भी विषय लंबे समय तक याद रहता है और परीक्षा में आपका प्रदर्शन बेहतर होता है। परीक्षा में चाहे जितना घुमा फिराकर प्रश्न पूछा जाए, आप उसका उत्तर देने में सक्षम होते हैं। इससे आपका आत्मविश्वास भी बना रहता है। यदि आप सिर्फ उत्तर को रट रहे हैं, तो परीक्षा में अलग तरीके से प्रश्न पूछे जाने की स्थिति में आप दुविधा में पड़ सकते हैं और जानकारी होने के बावजूद सही उत्तर देने में खुद को अक्षम महसूस कर सकते हैं।
रिवीजन है जरूरी : आमतौर पर छात्र आखिरी समय में भी नई-नई चीजें पढ़ते रहते हैं, लेकिन उसका रिवीजन नहीं करते हैं। ऐसे में परीक्षा में जाने पर उसका जवाब याद नहीं रहता। वैसे भी, बिना रिवीजन के नई जानकारी को याद रख पाना किसी के लिए भी मुश्किल होता है। इसलिए जब भी आप किसी अध्याय को तैयार करें, तो दो-तीन घंटे के अंदर रिवीजन भी जरूर कर लें। कोशिश करें कि रिवीजन सिर्फ पढ़कर नहीं, बल्कि लिखकर भी करें।
माक टेस्ट की लें मदद : अपनी तैयारी के स्तर को जांचने का यह बहुत अच्छा उपाय है। लेकिन अक्सर परीक्षार्थी यह गलती करते हैं कि वे हल किये गए माक टेस्ट की समीक्षा नहीं करते। जब भी आप किसी प्रश्नपत्र को हल कर रहे हों, तो उन प्रश्नों या अध्यायों का विश्लेषण करने का प्रयास भी करें। खासकर जिनमें आप प्रश्न का उत्तर ढूंढने में ज्यादा समय ले रहे हैं। इस तरह आपके पास उन विषयों की सूची होगी, जिन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। इस तरह प्रत्येक माक टेस्ट के साथ आप खुद को बेहतर होते हुए पाएंगे। साथ ही, प्रश्नपत्र को हल करते समय एक स्मार्ट रणनीति विकसित करें। कभी भी पेपर को क्रम से हल न करें। माक पेपर को हल करते समय भी जिन प्रश्नों के उत्तर में ज्यादा समय लग सकता है, उनको सबसे अंत में हल करें।
चुनें सही संदर्भ पुस्तकें : एक बार जब आप सिलेबस से संबंधित और उसे पूरी तरह से कवर करने वाली किताबों को अच्छी तरह से पढ़ लें, उसके बाद रेफरेंस बुक्स की ओर बढ़ें। ये पुस्तकें बुनियादी से लेकर उन्नत स्तर के प्रश्नों को कवर करती हैं। रेफरेंस बुक्स प्रैक्टिस के द्वारा कांसेप्ट के बारे में पूरी पकड़ बनाने में आपकी मदद करती हैं। पर ज्यादा से ज्यादा पुस्तकें जुटाने और सभी को पढ़ने के चक्कर में न पड़ें।
गोविन्द भादू
एजुकेशनल कोच एवं इंस्पिरेशनल स्पीकर
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