UP Summer Vacation 2023: कल नहीं अब 3 जुलाई से खुलेंगे उत्तर प्रदेश के स्कूल, गर्मी की छुट्टियां बढ़ी
UP Summer Vacation 2023 Extended उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा राज्य के सभी जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 24 जून को आदेश के अनुसार परिषद के नियंत्रणाधीन संचालित विद्यालयों और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में चल रहे ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि को 2 जुलाई तक बढ़ाया जाता है। राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुटियों की शुरूआत 20 मई से हुई और यह 15 जून तक निर्धारित थी।

UP Summer Vacation 2023 Extended: उत्तर प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स के लिए महत्वपूर्ण अपडेट। यूपी सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में चल रही गर्मी की छुट्टियों को बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा राज्य के सभी जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को शनिवार, 24 जून को आदेश के अनुसार परिषद के नियंत्रणाधीन संचालित विद्यालयों और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में चल रहे ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि को 2 जुलाई 2023 तक बढ़ाया जाता है। ऐसे में राज्य के स्कूलों को अब 3 जुलाई से नियमित पठन-पाठन के लिए खोला जाएगा।
बता दें कि राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुटियों की शुरूआत 20 मई से हुई और यह 15 जून तक निर्धारित थी। हालांकि, राज्य के अत्यधिक तापमान के चलते इस अवधि को बढ़ाकर 26 जून कर दिया गया था। गर्मी के बाद अब बारिश की स्थिति और स्कूलों को फिर से खोले जाने के लिए जरूरी तैयारियों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश को एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है।
UP Summer Vacation 2023 Extended: स्कूलों को खोलने के पूर्व तैयारियां
यूपी बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल की तरफ से सभी जनपदों के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया गया है वे अपने सम्बन्धित क्षेत्र के विद्यालयों को 3 जुलाई से खोले जाने के पूर्व सभी जरूरी तैयारियां सुनिश्चित कराएं। सभी स्कूलों को पर्याप्त साफ-सफाई, शौचालय की साफ-सफाई, बच्चों हेतु शुद्ध पेयजल और बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। इसी प्रकार पर्याप्त साफ-सफाई की व्यवस्था करने के लिए निजी स्कूलों को भी निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही, शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे विद्यालय खुलने के पूर्व समस्त औपचारिकतायें अपने स्तर पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें, जिसमें पठन-पाठन एवं विद्यालय की अन्य गतिविधियां विशेष रूप से मध्यान्ह भोजन, पाठ्य पुस्तकों का समुचित वितरण एवं डीपीटी (प्रत्यक्ष लाभ प्रत्याहरण) से सम्बन्धित कार्य एवं अन्य कार्यों का संचालन व्यवस्थित एवं सुचारू रूप से हो सके।
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