UGC: उच्च शिक्षण संस्थान अब युवाओं को पढ़ाएंगे नशे के खिलाफ जागरूकता का पाठ
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों में युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने का सुझाव दिया है। शिक्षा मंत्रालय की ओर से पहले ही इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने का अनुरोध किया गया था। इससे न सिर्फ छात्रों को नशे के प्रति जागरूक किया जायेगा बल्कि इसकी पहचान करने बचाव और इससे होने वाले नुकसान का पाठ भी पढ़ाया जायेगा।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: देश की युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए एक और नई पहल की गई है। जिसमें देश भर के सभी उच्च शिक्षण संस्थान अब अपने छात्रों को इससे बचाव को लेकर न सिर्फ जागरूक करेंगे बल्कि वह इसकी पहचान करने, बचाव और इससे होने वाले नुकसान का पाठ भी पढाएंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से इसे अपने पाठ्यक्रमों में शामिल करने का सुझाव दिया है।
यूजीसी ने इसके साथ ही इसे लेकर तैयार किए अपने आनलाइन माड्यूल भी उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ साझा किया है। जिसमें नशे की पहचान करने, बचाव और नुकसान से जुड़े वीडियो भी शामिल है।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से किया गया था अनुरोध
यूजीसी ने यह पहल सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर शिक्षा मंत्रालय से किए गए अनुरोध को ध्यान में रखने हुए की है, जिसमें उच्च शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रम में शामिल करने के अनुरोध किया गया था। मंत्रालय के अनुसार, नशे के खिलाफ छिड़ी जन जागरूकता अभियान से अब तक 11 करोड़ से अधिक लोगों को जोड़ा जा चुका है। इनमें बड़ी संख्या में युवा शामिल है।

मानव मूल्य और प्रोफेशनल नैतिकता का भी पढ़ेंगे पाठ
उच्च शिक्षण संस्थान अब सिर्फ कोर्स आधारित शिक्षा ही नहीं देंगे बल्कि वह देश की नई पीढ़ी में मानव मूल्य और प्रोफेशनल नैतिकता का भी पाठ पढाएंगे। स्नातक (यूजी) व परास्नातक ( पीजी) की पढ़ाई करने वाले प्रत्येक छात्रों को अब कोर्स के साथ मानव मूल्य, प्रोफेशनल नैतिकता व वैश्विक नागरिक बनने की भी शिक्षा दी जाएगी। इसकी पढ़ाई करने पर इन्हें दो क्रेडिट अंक भी मिलेंगे। जो न सिर्फ उनकी डिग्री में दर्ज होगा बल्कि इसके जरिए उन्हें किसी अच्छे संस्थान में नौकरी पाने में सहयोगी बनेगा।
इन पर होगा फोकस
समाज में बढ़ती कटुता के बीच नई पीढ़ी को त्याग, प्रेम, करुणा, शांति, सत्य-अंहिसा, सेवा-धर्म, मित्रता की सीख के साथ उन्हें राष्ट्र प्रेम, सामाजिक जुड़ाव के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। वहीं व्यावसायिक माहौल में एक पेशेवर की तरह उचित व्यवहार करने, निष्पक्षता, ईमानदारी, जवाबदेही बनाए रखने और वैश्विक नागरिक बनने के लिए जरूरी पहलुओं की सीख दी जाएगी। यह शिक्षा उन्हें ट्रे¨नग, वर्कशाप, गोष्ठियों आदि के माध्यम से दी जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।