आईआईटी, एनआईटी जैसे शीर्ष संस्थान अब अपने शोध और इनोवेशन की करेंगे ब्रांडिंग
आईआईटी एनआईटी सहित देश के शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों में चलने वाले शोध और इनोवेशन के कामों की अब ब्रांडिंग की जाएगी। शिक्षा मंत्रालय ने इन कामों को प्रोत्साहित करने के लिए और देश में शोध और इनोवेशन का एक माहौल तैयार करने के लिए अब देश में हर साल अनुसंधान और विकास मेले को आयोजित करने का फैसला लिया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आईआईटी, एनआईटी सहित देश के शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों में चलने वाले शोध और इनोवेशन के काम अब सिर्फ प्रयोगशालाओं और फाइलों तक सिमट कर नहीं करेंगे, बल्कि अब उन सभी कामों की ब्रांडिंग भी होगी। शिक्षा मंत्रालय ने इन कामों को प्रोत्साहित करने के लिए और देश में शोध-इनोवेशन का एक माहौल तैयार करने के लिए अब देश में हर साल अनुसंधान और विकास मेले को आयोजित करने का फैसला लिया है। जिसमें आईइंवेंटिव नाम दिया है।
इस साल का मेला आईआईटी मद्रास में होगा आयोजित
इस साल इस मेले का आयोजन आईआईटी मद्रास में होगा। जो 28 फरवरी से शुरू होगा और एक मार्च तक यानी दो दिनों का होगा। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस मेले में आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी के साथ ही एनआईआरएफ की रैंकिंग में शीर्ष के पचास संस्थान रखने वाले उच्च शिक्षण संस्थानों को भी आमंत्रित किया गया है। मेले में अपने शोध और इनोवेशन को प्रदर्शित करने के लिए अब 185 उच्च शिक्षण संस्थान ने अपनी सहमति दी है। माना जा रहा है कि इस पहल से देश में स्टार्टअप को लेकर एक माहौल भी तैयार होगा।
मेले में इसके साथ ही विमानन, रक्षा अंतरिक्ष, समुद्र प्रौद्योगिकी, चिकित्सा- स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, एआई /एमएल प्रौद्योगिकी, स्मार्ट सिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर, एडवांस मैन्युफैक्चरिंग और ग्रामीण प्रौद्योगिकियां आदि पर भी चर्चा होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक इस पहल से उद्योग-शिक्षा जगत के बीच प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, लाइसेंस व सहयोग के नए-नए रास्ते तैयार होंगे। मेले में उद्योगों को भी आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि अब तक शोध और इनोवेशन से जुड़े इन संस्थानों को अपने स्तर पर ही उद्योगों से संपर्क करना होता था। साथ उनके औद्योगिक उत्पादन के लिए बाजार भी खोजना होता था।
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