Telugu Language Day: 29 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है तेलुगु भाषा दिवस, यहां से जानें महत्वपूर्ण तथ्य
Telugu Language Day 29 अगस्त को प्रतिवर्ष तेलुगु कवि गिदुगु वेंकट राममूर्ति की जयंती के उपलक्ष्य में तेलुगु भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष गिदुगु वेंकट राममूर्ति जी की 160वीं जयंती मनाई जा रही है। आपको बता दें कि तेलुगु भाषा हमारे देश की 22 मान्यता प्राप्त भाषाओं में से एक है। इस भाषा का मुख्यतः प्रयोग आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में किया जाता है।

Telugu Language Day 2023: हमारे देश में 22 भाषाओं को मान्यता प्रदान की गयी है। इन्हीं भाषाओं में से एक भाषा है तेलुगु जो देश के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों में बोली जाती है। इसके अलावा इस भाषा का प्रयोग तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में भी किया जाता है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार तेलुगु भाषा 8.1 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है और यह देश की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। आपका बता दें कि इस भाषा को सम्मान देने के लिए प्रतिवर्ष 29 अगस्त को तेलुगु भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन इन राज्यों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और लोगों को इस भाषा के महत्व के रूप में बताया जाता है।
29 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है तेलुगु भाषा दिवस
29 अगस्त को तेलुगु कवि गिदुगु वेंकट राममूर्ति की जयंती मनाई जाती है। उनके द्वारा तेलुगु भाषा में किये गए उत्कृष्ट कार्यों को सम्मान देने और उनकी जयंती को ध्यान में रखते हैं इस दिन को प्रतिवर्ष 29 अगस्त को सेलिब्रेट किया जाता है। आपको बता दें कि इस वर्ष कवि गिदुगु वेंकट राममूर्ति की 160वीं जयंती मनाई जा रही है।
इस भाषा को द इटालियन ऑफ द ईस्ट क्यों कहा जाता है
वेनेशियन के निकोलो डी कोन्टी जो कि एक खोजी थे वे 16वीं शताब्दी में विजयनगर राज्य में भ्रमण पर आये थे। उस समय उन्होंने भारत की तेलुगु भाषा के शब्दों और इटालियन भाषा के शब्दों में कुछ समानता पायी थी। इसके बाद उन्होंने तेलुगु भाषा को द इटालियन ऑफ द ईस्ट नाम दिया जिसके बाद इसे इस नाम से भी जाना जाता है।
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