एक बच्चे और घर की जिम्मेदारी संभालते हुए कड़ी मेहनत कर पुष्पलता बनी IAS अधिकारी, 80वीं रैंक की हासिल
आईएएस अधिकारी पुष्पलता सभी गृहणियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। वह दो साल के बेटे की बच्चे की मां के साथ और सभी घर की जिम्मेदारियों को संभालते हुए आईएएस अधिकारी बनीं हैं। उन्होंने इस साल सिविल सेवा की परिक्षा में 80वीं रैंक हासिल की है।(जागरण फोटो)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। देश में सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले लाखों छात्र-छात्राओं का IAS बनने का सपना होता है।
हर साल संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा के लिए लाखों की संख्या में प्रतिभागी तैयारी करते हैं। लेकिन उनमें से कुछ ही प्रतिभागी आईएएस की कुर्सी तक पहुंच पाते हैं।
प्रेरणा स्त्रोत बनीं पुष्पलता
सिविल सेवा की परीक्षा बेहद ही कठिन होती है। वहीं भारत में खासतौर पर लड़कियों को जल्दी ही शादी के बंधन में बांध दिया जाता है।
ऐसे में घर की जिम्मेदारियों के साथ- साथ अन्य प्रतिभागियों को हराने के लिए सिविल सेवा को क्रैक करना और भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन लड़कियां हर चुनौतियां का मजबूती से सामना कर लेती हैं।
इसी तरह आईएएस पुष्पलता की कहानी सभी सिविल सेवा के प्रतिभागियों और गृहणियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।
दो साल की बेटे के मां हैं पुष्पलता
आईएएस पुष्पलता ने अपनी शादी के बाद सिविल सेवा परिक्षा की तैयारियां शुरू की। वह एक दो साल की बेटे के मां भी हैं।
अपनी सभी जिम्मेदारियों को उठाते हुए पुष्पलता एक सफल आईएएस अधिकारी बनीं। जानिए कौन हैं पुष्पलता?
कौन हैं पुष्पलता
IAS अधिकारी पुष्पलता मूलरूप से हरियाणा के रेवाड़ी के खुशबुरा गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने बैचलर ऑफ साइंस में ग्रेजुएशन की। इसके बाद उन्होंने एमबीए की पढ़ाई पूरी की।
वहीं, पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने निजी क्षेत्र में भी काम किया। लेकिन उस काम से उन्हें खुशी नहीं मिल रही थी।
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र में काम करते हुए उन्हें महसूस हुआ कि वह अपनी पूरी क्षमताओं का इस्तेमाल नहीं कर पा रही हैं। इसलिए उन्होंने आईएएस बनने का फैसला लिया।
कैसे आईएएस अधिकारी बनीं पुष्पलता
साल 2011 में पुष्पलता की शादी हो गई थी। उन्होंने दो साल के बेटे की जिम्मेदारियों के साथ- साथ सिविल सेवा परिक्षा की तैयारी शुरू की थी। वह दोनों जिम्मेदारियों को संभालते हुए एकाग्रता से अपनी पढ़ाई करती थीं।
एक इंटरव्यू में आईएएस अधिकारी ने कहा कि उन्हें वह समय भी याद है, जब उनका बेटा पढ़ने के लिए जाता था और उस समय में वह पढ़ाई किया करती थी।
उन्होंने बताया कि कभी-कभी उनका बेटा उनकी गोद में सोया हुआ रहता था। फिर भी वह लगातार अपनी तैयारियों में जुटी रहती थीं।
सभी परेशानियों और जिम्मेदारियों के साथ उन्होंने 80वीं रैंक हासिल कर एक सफल आईएएस अधिकारी बनीं।
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80वीं रैंक हासिल कर बनीं आईएएस
पुष्पलता ने 2017 में सिविल सेवा की परीक्षा दी।
वहीं, इस साल उन्होंने प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू को पास करते हुए 80वीं रैंक के साथ सिविल सेवा परीक्षा पास कर एक सफल आईएएस अधिकारी बन गईं।
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