IAS Shivani: सिविल सेवा परीक्षा में शिवानी गोयल ने हासिल की 15 वीं रैंक, Essay और Ethics पर बनाई थी मजबूत पकड़
दिल्ली की रहने वाली शिवानी गोयल 15 वीं रैक के साथ आईएएस बनी हैं। उन्होंने सही रणनीति के जरिए अपने विषयों पर पकड़ बनाकर आईएएस का पद हासिल कर ही लिया है। हालांकि वह अपने पहले प्रयास में फेल हो गई थी।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा हर सरकारी पेपर देने वाले छात्रों का सपना होता है। इसे पपास करना भी बहुत मुश्किल है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में भी आईएएस की रैंक पाने के लिए टॉप रैंक लाना होता है तभी आईएएस के पद पर बढ़ने की संभावनाएं अधिक होती है। हम अपने लेख में आपको दिल्ली की रहने वाली शिवानी गोयल की सफलता की कहानी बताएंगे। उन्होंने सही रणनीति के जरिए अपने विषयों पर पकड़ बनाकर आईएएस का पद हासिल कर ही लिया है। हालांकि वह अपने पहले प्रयास में फेल हो गई थीं, लेकिन उन्होंने दूसरे प्रयास में ही 15वीं रैंक हासिल कर ली।
शिवानी का परिचय
शिवानी गोयल दिल्ली की निवासी हैं। उन्होंने अपनी 12 वीं पूरी करने के बाद दिल्ली के ही श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। वह शुरू से ही पढ़ाई में रूचि रखती थी। उन्होंने अपनी पढ़ाई के बाद तय कर लिया था कि उन्हें आईएएस परीक्षा पास करनी है। आईएस की परिक्षा के लिए उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी होने के बाद तैयारी शुरू दी थी।
निबंध को शुरूआत से लेकर अंत तक लिखना चाहिए प्रभावशाली
शिवानी ने अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कुछ जरूरी टिप्स भी बताए हैं। उन्होंने कहा कि यदि सिविल सेवा में निबंध और एथिक्स के पेपर में ठीक से ध्यान दिया जाए तो अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकते हैं। शिवानी के मुताबिक पेपर में यदि निबंध को कोई छात्र शुरुआत में प्रभावशाली तरीके से लिखता है और निबंध के अंत में भी उत्तर को प्रभावशाली रखता है, तो इसका प्रभाव अंकों में जरूर देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा की पेपर वाले छात्र कुछ वाक्य और कहानियों को तैयार कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल उत्तर को सहयोग करने में किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कंटेंट को विषय के अनुसार बदला जा सकता है। इसके लिए पुराने पेपर की मदद ली जा सकती है।
कॉपी में लिखे हुए हर उत्तर हो स्पष्ट
शिवानी कहती हैं कि निबंध का उत्तर लिखते समय हर आयाम के बारें मे लिखना चाहिए। इससे पेपर चेक करने वाले को यह जानकारी मिलेगी की आपके पास पूछे गए प्रश्न को लेकर विभिन्न आयाम हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक ही उत्तर को कई सारे बिंदुओं से स्पष्ट करना चाहिए। हालांकि लिखते वक्त यह भी गौर करना जरूरी है कि जो प्रश्न पूछा गया है, आप उसी बारे में लिख रहे हैं। कॉपी में लिखे हुए हर उत्तर बहुत स्पष्ट होने चाहिए। ऐसा न हो उत्तर प्रश्न से अलग और घुमाने वाले हो।
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सिलेबस का हो संपूर्ण ध्यान
शिवानी ने अन्य एस्पिरेंट्स को यह भी टिप्स दी है कि एथिक्स का पेपर हल करने के लिए पूरा सलेबस मालूम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रश्नों का उत्तर उतना ही दें, जितना पूछा गया है और पूरी तरह से स्पष्ट उत्तर दें। इस बात का भी ध्यान रखें कि उत्तर देते समय एक विषय से दूसरे विषय पर न पहुंचें। इससे अच्छे अंक मिलने की संभावना बढ़ती है।
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