PGDFT: वित्तीय प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, एक वर्षीय पूर्णकालिक पाठ्यक्रम की पूरी डिटेल यहां से करें चेक
व्यावसायिक विकास पहल के रूप में IDRBT पीजीडीएफटी (PGDFT) नामक एक वर्षीय पूर्णकालिक पाठ्यक्रम चला रहा है । यह पाठ्यक्रम स्नातकों के लिए एक ऐसे कार्यक्रम के रूप में उभरा है जो न केवल बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्रों में बल्कि कोर आईटी आईटीईएस डेटा सेंटर आदि व्यवसायों में भी सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और गहन ज्ञान को बढ़ाता है।

ब्रांड डेस्क। IDRBT - बैंकिंग प्रौद्योगिकी विकास और अनुसंधान संस्थान, 1996 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा स्थापित एक संस्थान है, तथा अपनी स्थापना के समय से बैंकिंग और वित्तीय उद्योग की तकनीकी प्रगति पर एक मजबूत और अंतर्निहित फोकस रखता है। IDRBT ने देश के डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) जैसे RTGS, NEFT, SFMS, INFINET, ATM नेटवर्क-NFS, आदि को परिपक्वता के लिए विकसित और पोषित किया है और इसके कुशल संचालन के लिए NPCI और IFTAS को सौंप दिया है। इसके अलावा, संस्थान वर्ष 2003 से प्रमाणन प्राधिकरण के रूप में काम कर रहा है, वर्ष 2014 में BFSI क्षेत्र के लिए थ्रेट इंटेल प्लेटफॉर्म (TIP-IBCART) विकसित किया एवं 2025 में “.बैंक.इन” तथा “.फिन.इन” हेतु डोमेन रजिस्ट्रार के रूप में काम कर रहा है| यह सभी राष्ट्र के डीपीआर (DPR) के लिए महत्तवपूर्ण है। संस्थान इस विरासत को आगे बढाने के साथ ही बैंकिंग और वित्तीय संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के कौशल उन्नयन और पुनर्कौशलीकरण के लिए अपने शैक्षणिक, अनुसंधान और प्रशिक्षण गतिविधियों के माध्यम से “प्रभावकारी विचारों को तैयार करने” के लिए विकास और अनुसंधान में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
व्यावसायिक विकास पहल के रूप में, संस्थान पीजीडीएफटी (PGDFT) नामक एक वर्षीय पूर्णकालिक पाठ्यक्रम भी चला रहा है । यह पाठ्यक्रम स्नातकों के लिए एक ऐसे कार्यक्रम के रूप में उभरा है, जो न केवल बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्रों में बल्कि कोर आईटी, आईटीईएस, डेटा सेंटर आदि व्यवसायों में भी सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और गहन ज्ञान को बढ़ाता है। पीजीडीएफटी पाठ्यक्रम वर्तमान और उदीयमान सूचना और संचार प्रौद्योगिकी क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूरी तरह से डिज़ाइन किया गया है जो बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के संपूर्ण जीवन चक्र में डिजिटल परिवर्तन की पुनर्रचना कर रहा है।
यह कार्यक्रम 360 डिग्री शिक्षण पद्धति का अनुसरण करता है, और कोर आईटी और आईटीईएस के अलावा परियोजना प्रबंधन, वित्त, मानव संसाधन, सॉफ्ट स्किल्स आदि से संबंधित अवधारणाओं को शामिल करता है। यह कार्यक्रम उद्योग की उभरती मांगों और प्रौद्योगिकी-संचालित कार्यस्थल की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल के बीच की खाई को पाटता है। सहयोगी उद्योग साझेदारी की विशेषता वाला कैपस्टोन प्रोजेक्ट छात्रों को बहुमुखी चुनौतियों से निपटने की अनुमति देता है।
सुविधाएं: पीजीडीएफटी में पाठ्यक्रम के पहले दो सत्रों में प्रदर्शन के आधार पर शीर्ष पांच प्रदर्शनकर्ताओं के लिए छात्रवृत्ति योजना (अर्थात 50% शुल्क की छूट) है। संभावित नियोक्ताओं की ओर से प्री प्लेसमेंट ऑफर होंगे। बाहरी उम्मीदवारों के लिए, बेगमपेट, हैदराबाद स्थित में संस्थान के क्वार्टर में साझा आधार पर आवास सुविधा उपलब्ध है। संस्थान की कम्प्यूटरीकृत लाइब्रेरी 4 मिलियन से अधिक शोध लेख पत्रिकाएं उपलब्ध है जो शैक्षणिक और शोध आवश्यकताओं को पूरा करती है। छात्रों को डिजिटल भुगतान प्रणाली, ओपन बैंकिंग, टोकनाइजेशन, डिजिटल हस्ताक्षर और क्रिप्टोग्राफी, डेटा साइंस एनालिटिक्स, आईएस/साइबर सुरक्षा, नेटवर्क आर्किटेक्चर, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, क्वांटम सेफ क्रिप्टोग्राफी, ब्लॉक चेन और आईसीटी में अन्य उदीयमान क्षेत्रों से सम्बंधित संस्थान के अत्याधुनिक शोध केंद्रों तक पहुंच भी होगी।
वे संस्थान द्वारा किए जा रहे लाइव प्रोजेक्ट्स, विशेषज्ञों से बातचीत आदि के माध्यम से गहन अनुभवों से भी लाभान्वित होंगे, ताकि वे नौकरी के लिए तैयार हो सकें और विचारक और समस्या समाधानकर्ता की भूमिका निभा सकें। बेहतरीन प्लेसमेंट के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ- यह रणनीतिक स्पष्टता और भविष्य की तत्परता प्रदान करता है।
अर्हता : किसके लिए: कम से कम 60% अंकों के साथ स्नातक डिग्री धारक और राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं में प्राप्त अंक तथा RBI द्वारा विनियमित संस्थाओं से प्रायोजित पेशेवर PGDFT के लिए पात्र हैं।
Note:- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।
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