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    इग्नू ने शुरू किए तीन ऑनलाइन पाठ्यक्रम

    By Neel RajputEdited By:
    Updated: Fri, 03 Jan 2020 08:58 AM (IST)

    इनके नाम सर्टिफिकेट इन अरेबिक लैंग्वेज सर्टिफिकेट इन रशियन लैंग्वेज और सर्टिफिकेट इन टूरिज्म स्टडीज जैसे पाठ्यक्रम हैं। ...और पढ़ें

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    इग्नू ने शुरू किए तीन ऑनलाइन पाठ्यक्रम

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (Indira Gandhi National Open University- IGNOU) की तरफ से इसी सत्र से ऑनलाइन माध्यम से तीन सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। इनके नाम सर्टिफिकेट इन अरेबिक लैंग्वेज, सर्टिफिकेट इन रशियन लैंग्वेज और सर्टिफिकेट इन टूरिज्म स्टडीज जैसे पाठ्यक्रम हैं। इच्छुक छात्र इग्नू की वेबसाइट से आवेदन कर सकते हैं। 12वीं करने के बाद छात्र आवेदन कर सकते हैं। पर्यटन से जुड़े सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम से जुड़ी सूचना हिंदी व इंग्लिश में मिलेगी।

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    ये कोर्स भी हो रहे हैं शुरू

    इग्नू महाराष्ट्र नॉलेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोग से नया स्नातक कोर्स शुरू करने जा रहा है। यह ग्रेजुएशन का कोर्स बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन- सर्विसेज मैनेजमेंट जनवरी 2020 से शुरू कर दिया जाएगा। इग्नू के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज ने एमकेसीएल (महाराष्ट्र नॉलेज कॉरपोरेशन लिमिटेड) के सहयोग से इस बीबीए- एसएम कोर्स को लांच किया है। इसके अलावा इग्नू मास्टर्स इन मास कम्यूनिकेशन और जर्नलिज्म के कोर्स भी शुरू करने जा रहा है। इनकोर्डेज में दाखिला लेने के लिए उम्मीदवार का ग्रेजुएट होना जरूरी है। इसके साथ उम्मीदवार को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी भी होनी चाहिए।

    शुरू किया जा रहा है कंप्यूटर एप्लीकेशंस में पीजी डिप्लोमा

    इग्नू इस साल से कंप्यूटर एप्लीकेशंस में पीजी डिप्लोमा शुरू करने जा रहा है। इस कोर्स के दौरान छात्रों को पाठ्य सामग्री के साथ ही कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के आधुनिक विकास के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा सॉफ्टवेयर तकनीक के माध्यम से संचार, नेटवर्किंग, व्यावसायिक और गणित की समस्याओं को सुलझाने के बारे में भी छात्रों को समझाया जाएगा। यह कोर्स कुल 12 कोर्स का होगा, जिसमें 36 क्रेडिट दिए जाएंगे। इस कोर्स में एडमिशन के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से छात्रों के पास तीन साल की ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा 10वीं, 12वीं और स्नातक में गणित विषय होना जरूरी है। यह पाठ्यक्रम अंग्रेजी माध्यम में होगा, जिसकी अवधि एक साल से लेकर चार वर्ष तक है।