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    CBSE का स्कूलों के लिए नया फरमान... 9वीं-11वीं के रजिस्ट्रेशन और 10वीं-12वीं की LOC के लिए अब ये काम अनिवार्य

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 03:59 PM (IST)

    सीबीएसई ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 से नौवीं-11वीं के पंजीकरण और 10वीं-12वीं की एलओसी में छात्रों का अपार आइडी अनिवार्य कर दिया है। शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार प्रत्येक छात्र को डिजिटल शैक्षणिक रिकार्ड मिलेगा। वर्तमान में डेटा बिना मानकीकृत पहचान प्रणाली के दर्ज होता है जिससे डुप्लीकेसी होती है। अपार आईडी से डेटा प्रबंधन और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और स्कूलों को पंजीकरण से पहले आइडी उपलब्ध कराना होगा।

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    सीबीएसई ने अपार आईडी को लेकर नया नियम बनाया।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से नौवीं-11वीं के पंजीकरण और 10वीं-12वीं की लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स (एलओसी) में छात्रों का अपार आईडी लिंक करना अनिवार्य होगा।

    यह कदम शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के तहत उठाया गया है, ताकि प्रत्येक छात्र को आजीवन, डिजिटल शैक्षणिक रिकार्ड उपलब्ध हो सके।

    बोर्ड के अनुसार, वर्तमान में पंजीकरण और एलओसी का डेटा किसी मानकीकृत पहचान प्रणाली के बिना दर्ज किया जाता है, जिससे डुप्लीकेट डेटा, असंगतियां और सत्यापन में कठिनाई आती है।

    अपार आईडी से डाटा प्रबंधन और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। बोर्ड अधिकारी के मुताबिक स्कूलों को निर्देशित किया जाएगा कि पंजीकरण से पहले छात्रों का अपार आईडी उपलब्ध कराई जाए।

    अपार आईडी विभिन्न दस्तावेज में दर्ज होगा और पहचान व अन्य मामलों से संबंधित अनुरोधों में इस्तेमाल किया जाएगा। बोर्ड के मुताबिक सभी स्कूलों के लिए छात्रों का अपार आईडी संलग्न करना अनिवार्य होगा, जिससे डेटा की सटीकता और सत्यापन में सुधार होगा।

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    जानें क्या होती है अपार आईडी

    अपार आईडी (APAAR ID) का मतलब है Automated Permanent Academic Account Registry, यानी स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री।

    यह एक 12-अंकीय विशिष्ट पहचान संख्या है, जो छात्रों को उनके शैक्षणिक रिकॉर्ड जैसे स्कोरकार्ड, मार्कशीट, डिग्री, डिप्लोमा, आदि को डिजिटल रूप से रखने, प्रबंधित व एक्सेस करने में मदद करती है।

    अपार आईडी छात्रों के लिए एक स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में काम करती है और शिक्षा क्षेत्र में उनके पूरे शैक्षणिक सफर को ट्रैक करती है।

    यह भी पढ़ें- CBSE की नई Frisking Policy में छात्र ही नहीं एग्जाम सेंटर पर भी होगा एक्शन, 2025-26 की बोर्ड परीक्षाओं से लागू