विदेश से पढ़ने का है सपना तो रहें तैयार, शुरू होने वाले हैं NOS Scholarship 2024 के लिए आवेदन, ये है लास्ट डेट
एनओएस छात्रवृत्ति के लिए 15 फरवरी से आवेदन शुरू होकर 31 मार्च तक चलेंगी। स्टूडेंट्स को आवेदन करने के लिए लगभग 45 दिनोंं का समय दिया जाएगा। इस दौरान निर्धारित नियम और शर्तें पूरी करने वाले कैंडिडेट्स को आधिकारिक वेबसाइट https//nosmsje.gov.in/Default.aspx पर जाकर आवेदन करना होगा। हालांकि छात्र-छात्राएं इस बात का ध्यान रखें कि अंतिम तिथि बीतने के बाद कोई फाॅर्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप विदेश से हायर स्टडीज करना चाहते हैं और फंड को लेकर परेशान हैं। सोच रहे हैं कि फॉरेन में रहने और पढ़ाई क खर्चा कैसे उठाएंगे तो आपके लिए काम की अपडेट है। दरअसल, स्टूडेंट्स की इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए और उनकी आर्थिक तौर पर मदद करने के लिए भारत सरकार की ओर से नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप दी जाती है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन आज से एक दिन बाद यानी 15 फरवरी, 2024 से शुरू होने वाले हैं। इस योजना के तहत छात्र-छात्राओं को फाइनेंशियल हेल्प प्रदान की जाएगी।
National Overseas Scholarship 2024: 31 मार्च तक करें आवेदन
एनओएस छात्रवृत्ति के लिए 15 फरवरी से आवेदन शुरू होकर 31 मार्च तक चलेंगी। स्टूडेंट्स को आवेदन करने के लिए लगभग 45 दिनोंं का समय दिया जाएगा। इस दौरान निर्धारित नियम और शर्तें पूरी करने वाले कैंडिडेट्स को आधिकारिक वेबसाइट https://nosmsje.gov.in/Default.aspx पर जाकर आवेदन करना होगा। हालांकि, छात्र-छात्राएं इस बात का ध्यान रखें कि अंतिम तिथि बीतने के बाद कोई फाॅर्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
National Overseas Scholarship 2024: जानें किस कोर्स के लिए और कौन कर सकता है आवेदन
यह छात्रवृत्ति सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए है। इस स्कॉलरशिप के तहत दुनिया भर की टॉप यूनिवर्सिटीज में संचालित होने वाले मास्टर्स डिग्री कोर्सेस, रिसर्च यानी पीएचडी प्रोगाम में दाखिले के लिए दी जाती है। वहीं, कुल छात्रवृत्ति का 30% हिस्सा महिला छात्रों के लिए आरक्षित है।
National Overseas Scholarship 2024: इतने स्टूडेंट्स को मिलेगी छात्रवृत्ति
NOS 2024 स्कीम के तहत कुल 125 छात्रों का चयन किया जाएगा, जिन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा।इनमें अनुसूचित जाति- 115,डिनोटिफाइड Nomadic एंड सेमी Nomadic ट्राइब्स- 06,घुम्मकड़ जनजातियों के लिए- 6 और भूमिहीन कृषि मजदूर और पारंपरिक कलाकारों के लिए 4 पद निर्धारित है।
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