MP Election 2023: "साफ्ट हिंदुत्व" की छवि को कमजोर करने की रणनीति है श्री हनुमान लोक
सिमरिया में उन्होंने हनुमान जी की विशाल प्रतिमा की स्थापना की और वहां नियमित तौर पर आयोजन भी होते रहते हैं। 2020 में सरकार जाने के बाद कांग्रेस का साफ्ट हिंदुत्व तब सामने आया जब अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी जा रही थी। राम मंदिर के लिए भूमिपूजन के एक दिन पहले नाथ ने अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ कराया।
भोपाल,राज्य ब्यरो। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जामसांवली स्थित श्रीमहाकाल महालोक की तर्ज पर श्री हनुमान लोक की आधारशिला रखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धार्मिक नजरिये से जनता का दिल जीत लिया है। यह रणनीति केवल धार्मिक या आध्यात्मिक महत्व की नहीं है, बल्कि कांग्रेस के साफ्ट हिंदुत्व के पक्षधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की हनुमान भक्त वाली छवि को कमजोर करने का राजनीतिक कदम भी है।
मुख्यमंत्री ने कमल नाथ के गृह जिले के चार दशक के कांग्रेसी गढ़ में घुसकर जनता को यह बताने की कोशिश की है कि वे धार्मिक और सामाजिक मामले में राजनीति से ऊपर उठकर सोचते हैं। श्री हनुमान लोक के निर्माण का निर्णय एक तरह से छिंदवाड़ा जिले में सेंध लगाने की कोशिश है। बता दें कि कांग्रेस कमल नाथ को हनुमान भक्त बताती है और समय-समय पर इसे प्रचारित भी करती है।
सिमरिया में उन्होंने हनुमान जी की विशाल प्रतिमा की स्थापना की और वहां नियमित तौर पर आयोजन भी होते रहते हैं। 2020 में सरकार जाने के बाद कांग्रेस का साफ्ट हिंदुत्व तब सामने आया, जब अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी जा रही थी। राम मंदिर के लिए भूमिपूजन के एक दिन पहले नाथ ने अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ कराया। इसके बाद कांग्रेस ने धर्म प्रकोष्ठ का गठन किया।
हाल ही में नाथ ने छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से कथा कराई, तो सितंबर में पंडित प्रदीप मिश्रा कथा करेंगे। नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कमल नाथ की इसी हिंदुत्व वाली छवि का लाभ मिल सकता है। उधर,भाजपा सरकार भी सतर्क है और छिंदवाड़ा सहित अन्य आसपास के जिलों में सेंध लगाने के लिए जामसांवली पर विशेष ध्यान देकर यह बताने की कोशिश कर रही है कि कमल नाथ जन आस्था से जुड़े जामसांवली को नजरंदाज करते रहे हैं। इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई कदम नहीं उठाया। जामसांवली में श्री हनुमान लोक के निर्माण का निर्णय कर शिवराज सरकार ने संदेश देने की कोशिश की है।
मध्य प्रदेश नौ बार छिंदवाड़ा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं कमल नाथ श्री हनुमान लोक के निर्माण का निर्णय एक तरह से छिंदवाड़ा जिले में सेंध लगाने की कोशिश है। कमल नाथ नौ बार छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं तो अब उनके पुत्र नकुल नाथ यहां से सांसद हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में जिले की सभी सात सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। कमल नाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद छिंदवाड़ा से उपचुनाव लड़ा और पहली बार विधानसभा पहुंचे। महापौर व जिला पंचायत अध्यक्ष भी कांग्रेस से हैं। भाजपा ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट जीतने के लिए सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों को आकांक्षी सीटों की श्रेणी में रखा है।