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    MP 10th Result Girls Pass Percentage: एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में लड़कियां अव्वल, 65.87 प्रतिशत रहा पास प्रतिशत

    By Nandini DubeyEdited By:
    Updated: Sat, 04 Jul 2020 01:37 PM (IST)

    MP 10th Result Girls Pass Percentage इस बार एमबी बोर्ड 10वीं के परिणाम में लड़कियों का पास प्रतिशत 65.87 है।

    MP 10th Result Girls Pass Percentage: एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में लड़कियां अव्वल, 65.87 प्रतिशत रहा पास प्रतिशत

    MP Board 10th Result 2020 Girls Pass Percentage:एमपी बोर्ड की ओर से जारी 10वीं परीक्षा के परिणाम में लड़कियों ने अपना कमाल दिखाया है। इस बार भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। छात्रों की अपेक्षा लड़कियों का सफलता प्रतिशत ज्यादा रहा। 65.87 प्रतिशत लड़कियां सफल रही हैं। वहीं कुल 62.84 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल घोषित हुए हैं।

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    मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) 10वीं परीक्षा 2020 का परिणाम जारी कर दिया गया। वैसे छात्र जिन्होंने एमपी बोर्ड हाईस्कूल (10वीं) की परीक्षा 2020 में हिस्सा लिया था, वे ऑफिशियल वेबसाइट, mpresults.nic.in और mpbse.nic.in पर विजिट कर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। बता दें कि इस बार 

    65.87 प्रतिशत लड़कियां सफल

    बता दें कि इस बार एमबी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में लगभग 11.5 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें 65.87 प्रतिशत लड़कियों ने सफलता हासिल की है। वहीँ, यदि पिछले वर्ष के आंकड़े को देखा जाए तो कुल 61.32 प्रतिशत छात्रों ने सफलता पाई थी। हालांकि, लड़कियों का रिजल्ट लड़कों से बेहतर रहा था। पिछले वर्ष एमपी बोर्ड 10वीं में 63.69 प्रतिशत लड़कियां सफल घोषित हुई थीं। जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 59.15 रहा था। बता दें कि पिछले वर्ष 10वीं की परीक्षा में 11 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था। जिसका परिणाम 15 मई को घोषित किया गया था।

    परिणाम को करें स्वीकार

    अधिकांश मामलों में परीक्षार्थी को पता होता है कि उसका रिजल्ट क्या आने वाला है? हालांकि, कुछ मामलों में अपना खराब परिणाम देख कर बच्चे काफी दुखी हो जाते हैं। ऐसे में सबसे अधिक जरूरी है कि वे अपना परिणाम स्वीकार करें। उम्मीद के अनुसार परिणाम नहीं आने पर बच्चों को निराश नहीं होना चाहिए। मन में जिस भी तरह के विचार आ रहे हों, तो इसे अपने मित्र, भाई-बहन या माता-पिता से जरूर साझा करना चाहिए। छात्रों को यह समझ रखनी चाहिए कि रिजल्ट खराब होने से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती। कहां चूक रह गई इसका आत्मविश्लेषण करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।