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    जर्मन भाषा में हैं करियर के सबसे ज्यादा मौके, जानिए कहां-कहां ले सकते हैं दाखिला

    By Neel RajputEdited By:
    Updated: Fri, 03 Jan 2020 04:41 PM (IST)

    वर्तमान समय में प्रमुख विदेशी भाषाओं की बात करें तो जर्मन के अलावा फ्रेंच रशियन स्पेनिश जैपनीज और चाइनीज भाषाएं ज्यादा पसंद की जा रही हैं। ...और पढ़ें

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    जर्मन भाषा में हैं करियर के सबसे ज्यादा मौके, जानिए कहां-कहां ले सकते हैं दाखिला

    नई दिल्ली, जेएनएन। विश्व में भारत का रुतबा तेजी से बढ़ रहा है। बदलते वैश्विक परिवेश में विभिन्न देशों के बीच की दूरियां सिमट गई हैं। इनके बीच व्यापार और कारोबार में तेजी आई है। इसके चलते देश-विदेश में फॉरेन लैंग्वेज के जानकारों के लिए रोजगार के मौके भी बढ़े हैं।

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    दरअसल, भाषा एक दूसरे की बात समझने का सबसे सरल माध्यम है, जो अब लोगों को रोजगार भी दिला रही है। इसलिए कि जिस देश में हम काम करना चाहते हैं या फिर जिस देश के लोगों के साथ हम कारोबार या व्यापार करना चाहते हैं, हमें उसकी भाषा का ज्ञान होना बेहद जरूरी है। चूंकि आज की तारीख में भारत बहुत बड़ा उपभोक्ता बाजार है और यहां व्यापार व पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं, ऐसे में विभिन्न देशों से लोगों का भारत आना-जाना तेजी से बढ़ रहा है। विदेशी कॉरपोरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी भारत में तेजी से अपने पैर जमा रही हैं। ऐसे में जिन युवाओं के पास विदेशी भाषाओं का ज्ञान है, उनके लिए करियर में तेजी से आगे बढ़ने के ज्यादा अवसर हैं।

    जर्मन भाषा में ज्यादा मौके

    जर्मन भाषा के जानकारों के लिए इन दिनों ज्यादा जॉब्स की संभावनाएं हैं। वर्तमान समय में प्रमुख विदेशी भाषाओं की बात करें, तो जर्मन के अलावा फ्रेंच, रशियन, स्पेनिश, जैपनीज और चाइनीज भाषाएं ज्यादा पसंद की जा रही हैं। क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में हमारे देश के जर्मनी, चीन, जापान, इजराइल जैसे देशों के साथ व्यापारिक संबंधों में घनिष्ठता बढ़ी है। इसलिए इन देशों के भाषा के जानकारों की मांग में भी बढ़ोत्तरी हुई है। आज के समय में जर्मन और फ्रेंच भाषा को अंग्रेजी के बाद विश्व की दूसरी सबसे ज्यादा पसंदीदा भाषा माना जाता है। खासकर, जर्मन भाषा को जर्मनी, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में 10 करोड़ से ज्यादा लोग बोलते हैं। इसलिए आजकल इस भाषा जानकारों को जॉब के अच्छे ऑफर भी मिल रहे हैं।

    अंग्रेजी से मिलती-जुलती भाषा

    जर्मन और फ्रेंच भाषा सीखने के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। इसलिए कि ये दोनों ही भाषाएं अंग्रेजी से कुछ मिलती-जुलती हैं। वैसे भी, विदेशी भाषाएं सीखने के लिए अंग्रेजी का बेसिक ज्ञान होना जरूरी होता है। इसी तरह, आजकल जापानी, रशियन, चीनी और स्पेनिश भाषा को भी रोजगारपरक भाषा माना जाता है। क्योंकि वैश्विक व्यापार व्यवस्था में इन भाषाओं के जानकारों की भी काफी पूछ है। रोजगार के अवसर: विदेशी भाषा के जानकारों के लिए आइटी, फार्मा कंपनियों, उर्वरक एवं रसायन इंडस्ट्री, दूतावास तथा वैज्ञानिक शोध परियोजनाओं के साथ-साथ व्यापार के क्षेत्र में बहुत से मौके हैं।

    लेंगमा स्कूल ऑफ लैग्वेजेज के निदेशक संजीव रावत का कहना है कि भारत और चीन के बीच सालाना करीब 10 अरब डॉलर का व्यापार होता है। इसी तरह कॉरपोरेट स्तर पर भी भारत के साथ विभिन्न देशों की व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आ रही है। ऐसे में विदेशी भाषाओं के जानकारों को आसानी से इस फील्ड में जॉब्स मिल रहे हैं। इसके अलावा, जर्मनी, जापान, चीन आदि देशों के लोगों के साथ समस्या यह है कि वहां के ज्यादातर लोगों को हिंदी भाषा नहीं आती है। ऐसे में जब भी भारत या दूसरे देश का प्रतिनिधिमंडल एक-दूसरे के देश में जाता-आता है तो उन्हें दुभाषियों की जरूरत पड़ती है, जहां इन देशों की भाषा के जानकारों को ही प्राथमिकता दी जाती है। फिलहाल, सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में विदेशी भाषा के जानकारों की अच्छी मांग है। इनके अलावा टूर ऐंड ट्रैवेल्स, भाषा अकादमी व होटल इंडस्ट्री में विदेशी भाषाओं के जानकारों के लिए अच्छे करियर स्कोप हैं।

    कोर्स एवं योग्यता

    इस क्षेत्र में प्रमुख तौर पर तीन तरह के कोर्स कराए जाते हैं, जैसे कि सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं स्नातक कोर्स। सर्टिफिकेट कोर्स का पाठ्यक्रम एक साल, डिप्लोमा कोर्स का एक से दो साल तथा स्नातक कोर्स तीन साल का होता है। तीनों ही कोर्स करने के लिए अभ्यर्थी को कम से कम 45 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास होना चाहिए। वहीं, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए अभ्यर्थी का 45 फीसदी अंकों के साथ स्नातक होना जरूरी है।

    20 से 30 हजार शुरुआती वेतन

    विदेशी भाषाओं का ज्ञान रखने वालों को शुरुआत में 20 से 30 हजार रुपये तक सैलरी आसानी से मिल जाती है। हालांकि कॉरपोरेट और सरकारी क्षेत्र में यह 50-60 हजार से शुरू होता है। यदि आप स्वतंत्र अनुवादक के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको प्रति शब्द के हिसाब से भुगतान मिलता है।

    प्रमुख संस्थान-

    जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली

    वेबसाइट: www.jnu.ac.in

    मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई

    वेबसाइट: http://mu.ac.in

    दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली

    वेबसाइट: http://du.ac.in/du

    लेंगमा स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज, दिल्ली

    वेबसाइट: www.Langmainternational.in