'जय विज्ञान,जय अनुसंधान' सोच के तहत ISRO ने शुरु किया 'यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम'
पिछले कई सालों में ISRO ने कई बड़े कीर्तिमान हासिल किए हैं। ISRO से अब दसवीं पास स्टूडेंट्स भी जुड़ सकते हैं और अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
अरुण श्रीवास्तव। स्कूल कॉलेजों में पुराना सेशन खत्म होने के बाद नए सेशन की शुरुआत हो चुकी है। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों में करियर को लेकर कई आशंकाए होती हैं। साइंस में दिलचस्पी रखने वाले छात्रों के लिए इसरो जैसी प्रख्यात संस्था से जुड़ने के लिए असीमित मौके हैं। गर्मी की छुट्टियों के दौरान कई ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्सेस हैं। जो पढ़ाई के साथ-साथ आसानी से किए जा सकते हैं।
इसरो ने इसी साल ‘यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम’(युवा विज्ञानी कार्यक्रम/युविका) की शुरुआत की है। मैं अभी कक्षा 10 में आया हूं और मेरी भी इसमें रुचि है। आवेदन की अंतिम तिथि 3 अप्रैल, 2019 है। अब मैं कैसे आवेदन करूं?
-प्रीतम सिंह, ईमेल से
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने सरकार के ‘जय विज्ञान, जय अनुसंधान’ सोच के तहत स्कूली बच्चों के लिए इस साल से यह खास कार्यक्रम शुरू किया है। यह स्पेस साइंस, स्पेस टेक्नोलॉजी और स्पेस एप्लिकेशन में अपनी जानकारी बढ़ाने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए है। गर्मी की आगामी छुट्टियों के बीच मई के उत्तरार्ध में दो सप्ताह के इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश से 3 स्टूडेंट्स का चयन किया जाएगा।
वर्ष 2018-19 के सत्र में नौवीं पास करके दसवीं में प्रवेश लेने वाले इच्छुक स्टूडेंट्स को इसके लिए 3 अप्रैल तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (https://www.isro.gov.in/update/26-mar-2019/young-scientist-programme-yuvika-online-registration)कराना होगा। आठवीं कक्षा में प्रदर्शन के आधार पर 50 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा, जबकि बाकी वेटेज एनसीसी, एनएसएस, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज प्राइज, स्पोट्र्स, रूरल/विलेज स्कूल में पढ़ाई के आधार पर दिया जाएगा। इसरो की उक्त साइट पर और अधिक जानकारी हासिल करके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराएं।
मैंने अभी दसवीं बोर्ड की परीक्षा दी है। अगले तीन महीनों की छुट्टी के दौरान मुझे क्या करना चाहिए? अगर संगीत से संबंधित कोई कोर्स हो, तो कृपया जानकारी देने का कष्ट करें।
-अंकित कुमार, ईमेल से
अगर आपकी रुचि संगीत में है, तो आप अपने शहर में किसी संगीत विद्यालय/शिक्षक से बांसुरी, तबला, वायलिन वादन या फिर गायन का प्रशिक्षण ले सकते हैं। अगर कोई विशेषज्ञ नहीं मिल पाता, तो आप ऑनलाइन/यूट्यूब पर इस तरह के कोर्स तलाश सकते हैं। यूट्यूब पर कई कोर्स तो नि:शुल्क भी उपलब्ध हैं।
मैं बीएससी (पीसीएम) फर्स्ट ईयर में हूं। आगे आइएएस बनना चाहता हूं, पर सब्जेक्ट को लेकर दिमाग घूम रहा है कि आइएएस के एग्जाम में बीए के सब्जेक्ट आते हैं। मेरे पसंदीदा विषय मैथ, ज्योग्राफी हैं। कृपया मेरी मदद करें।
-कृष्णा, जीमेल से
आप बेवजह परेशान न हों। अपने दिमाग से यह भ्रम निकाल दें कि आइएएस यानी सिविल सेवा परीक्षा में बीए के विषय होते हैं। ऐसा कुछ भी नहीं है। सिविल सेवा परीक्षा के तीन चरणों में दूसरे चरण की मुख्य परीक्षा में संघ लोक सेवा आयोग की सूची से कोई एक ऐच्छिक विषय लेना होता है और जरूरी नहीं कि वह विषय आपने स्नातक स्तर पर पढ़ा ही हो। साइंस बैकग्राउंड के बहुत से अभ्यर्थी (जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल आदि के) इतिहास, हिंदी, लोक प्रशासन, भूगोल, मनोविज्ञान जैसे विषय ले लेते हैं। इसलिए आप भी निश्चिंत रहें और अपना ग्रेजुएशन करते हुए अपने पसंदीदा विषयों के साथ आइएएस की तैयारी करें।
काउंसलर