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    IIT और IIM में कौशल पाठ्यक्रमों की शुरुआत, एडमिशन प्रोसेस भी शुरू; सरकार ने बनाया ये प्लान

    Updated: Sat, 22 Mar 2025 06:35 PM (IST)

    मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इस निर्णय का उद्देश्य यही है कि कौशल प्रशिक्षण का स्तर बढ़े। जो युवा आईआईटी आईआईएम जैसे संस्थानों में दाखिला नहीं ले सकते वह जब कौशल विकास के पाठ्यक्रम ऐसे प्रतिष्ठित संस्थानों से करेंगे तो उनके कौशल के स्तर के साथ ही आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। उद्योग क्षेत्र में भी ऐसे अभ्यर्थियों को रोजगार मिलने में आसानी होगी।

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    कौशल विकास को मिशन मोड पर चला रही है सरकार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर तेजी से बदल रहे रोजगार को बाजार को देखते हुए सरकार युवाओं को दिए जा रहे कौशल प्रशिक्षण का स्तर बढ़ाना चाहती है। इसी मंशा के साथ कुछ समय पहले नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीवीईटी) की एक बैठक में यह निर्णय हुआ था कि सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को अवॉर्डिंग बॉडी की मान्यता देकर वहां कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं।

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    उसी पर आगे बढ़ते हुए पहले चरण में आईआईटी और आईआईएम जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में इसकी शुरुआत कर दी गई है। इन संस्थानों में कौशल पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।

    मिशन मोड में चल रहा कौशल विकास

    मोदी सरकार युवाओं को वर्तमान और भविष्य की आवश्यकता के अनुरूप कुशल बनाने के लिए कौशल विकास को मिशन मोड पर चला रही है। इसके तहत ही अलग से कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय बनाया गया।

    मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सहित कई कार्यक्रम चलाए। निस्संदेह कि इन प्रयासों को लगभग दशक हो रहा है, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सके। हालांकि, यह भी सत्य है कि सरकार ने संशोधनों और परिवर्तनों के लिए भी खुला मन रखा है।

    स्कूल स्तर पर भी प्रशिक्षण का सुझाव

    • इसी विचार-मंथन में परिषद से जुड़े विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में कौशल विकास के पाठ्यक्रम शुरू किए जाने चाहिए। स्कूल के स्तर पर भी कौशल प्रशिक्षण होना चाहिए। परिषद की बैठक में विचार आया था कि उच्च शिक्षण संस्थानों में इन्फ्रास्ट्रक्चर है। उन्हें स्किलिंग के लिए अवॉर्डिंग बॉडी की मान्यता दी जाए।
    • नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन लेवल (एनएसक्यूएफ) के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं। लिहाजा, उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के चौथे चरण में इस प्रयास को शामिल कर लिया है।
    • सबसे पहले आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, एनआईडी, आईआईआईटी जैसे संस्थानों को शामिल किया गया है। ऐसे चिन्हित संस्थानों में कौशल प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम शुरू कर वहां प्रवेश भी शुरू करा दिए गए हैं।

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