IAS Success Story: पहले फेल और फिर बनीं IPS, ऐसी है नक्सल इलाके से ताल्लुक रखने वाली आईएएस नम्रता जैन की कहानी
IAS Success Story नम्रता जैन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। एग्जाम के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करने के बाद उन्होंने अपना पहला अटेम्प्ट साल 2015 में दिया था।

एजुकेशन डेस्क। IAS Success Story: आईएएस सक्सेस स्टोरी कॉलम में हर दिन हम यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों की कहानियां सुनाते हैं। इसी कड़ी में आज हम, आपको IAS नम्रता जैन की सक्सेस स्टोरी बताने जा रहे हैं, जो नक्सल इलाके से ताल्लुक रखती हैं। कैसा था उनका यूपीएससी परीक्षा की तैयारी से लेकर सफलता तक का सफर। आइए जानते हैं।
नम्रता छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा यहीं से पूरी की है। 10वीं के लिए दुर्ग गईं थीं। यहां से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भिलाई चली गई थीं। यहां से उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी।
पहले प्रयास में हुई फेल
नम्रता जैन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। एग्जाम के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करने के बाद उन्होंने अपना पहला अटेम्प्ट साल 2015 में दिया था। हालांकि, इस साल वे फेल हो गई थीं। वे प्रीलिम्स भी नहीं निकाली सकी थीं।
फिर बनीं IPS
पहले प्रयास में पहले चरण से ही बाहर होने वाली नम्रता ने हार नहीं मानी थीं। वे तैयारी में जुटी रहीं। इसके बाद उन्होंने साल 2016 में फिर एक बार परीक्षा में शामिल हुई। इस अटेम्प्ट में वे उन्होंने 99वें रैंक हासिल हुआ। इसमें पास होकर वो मध्य प्रदेश कैडर की आईपीएस अधिकारी बनीं। हालांकि, उनका सपना IAS बनने का था।
पूरा हुआ सपना
आईपीएस अधिकारी बनने के बाद भी नम्रता जैन के बाद भी वे रुकी नहीं। उनके भीतर IAS बनने का सपना पल रहा था। इसका नतीजा यह हुआ कि वे हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकेडमी में ट्रेनिंग करने साथ यूपीएससी की तैयारी में भी जुट रहीं। इसके बाद उन्होंने अपनी कमियों पर काम करते हुए साल 2018 में तीसरी बार यूपीएससी का एग्जाम दिया और इस बार उनका सपना पूरा हो चुका था। उन्होंने परीक्षा 12वीं रैंक हासिल की थी।
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