Football Rules and Regulations: इन नियमों से खेला जाता है फुटबॉल खेल, पेनाल्टी और फ्री किक में जानिए अंतर
फुटबॉल में कुल 17 नियम होते हैं। फुटबॉल में खेल को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया को फ्री कीक कहा जाता है। इनडायरेक्ट फ्री किक खेल को फिर से शुरू करने के लिए की जाती है। फाउल या सावधानी बरतने के लिए खेल को रोक दिया जाता है।

नई दिल्ली, जागरण डेस्क। क्रिकेट के बाद अगर कोई दूसरा ऐसा खेल है, जिसे भारतीय पसंद करते है तो वो है फुटबॉल। इसका उदाहरण हमें फीफा विश्व कप के दौरान देखने को मिल जाता है। फीफा में खेले जाने वाले टीमों को लेकर लोगों में अजब-गजब की दीवानगी देखने को मिलती है।
जिस तरह क्रिकेट के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों जैसे- आउट, नो बॉल और एलबीडबल्यू के बारे में सुना है। वैसा ही कुछ फुटबॉल खेल के दौरान इस्तेमाल किए गए शब्दों के बारे में सुना होगा। जैसे- पेनाल्टी और फ्री कीक। फुटबॉल मैच को लेकर समझ बढ़ानी है, तो इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे दोनों के बीच आखिर क्या होता है अंतर?
फुटबॉल में होते हैं 17 नियम
पहले जान लिजिए कि हर खेल की तरह इस खेल में भी नियम और कानून का पालन किया जाता हैं। फुटबॉल में कुल 17 नियम होते हैं और उनमें से एक किक से संबधित होता है। आइये बताते है क्या होता है फ्री कीक।
फ्री कीक
फुटबॉल में खेल को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया को फ्री कीक कहा जाता है। अगर विरोधी पक्ष नियमों का उल्लंघन करता है, तब इसे लागू किया जाता है। ये दो प्रकार का होता है, डायरेक्ट फ्री किक और इनडायरेक्ट फ्री किक।
इनडायरेक्ट फ्री किक
इनडायरेक्ट फ्री किक खेल को फिर से शुरू करने के लिए की जाती है। फाउल या सावधानी बरतने या बर्खास्त करने के लिए खेल को रोक दिया जाता है। इस दौरान कोई भी गोल नहीं कर सकता है। अगर खिलाड़ी खतरनाक तरीके से खेल रहा है या अन्य पक्ष के खिलाड़ी के खेल में बाधा डाल रहा है। इन मामलों में ही इनडायरेक्ट फ्री किक दी जाती है। इसके अलावा श्लील, अपमानजनक, या अपमानजनक भाषा या इशारों का उपयोग करता है या गोलकीपर गेंद के साथ कोई छेड़छाड़ करता है, उस दौरान भी इनडायरेक्ट फ्री किक लागू होता है।
डायरेक्ट फ्री किक
अगर एक टीम खेल में फाउल करती है, तो उस टीम को डायरेक्ट फ्री किक दी जाती है। जब खिलाड़ी लापरवाही या नियम तोड़ता है, तो उस दौरान डायरेक्ट फ्री किक का इस्तेमाल होता है। साथ ही अगर खिलाड़ी हैंडबॉल उल्लंघन में पाया जाता है या शारीरिक संपर्क द्वारा विपरीत टीम के किसी सदस्य को रोकता है तब भी डायरेक्ट फ्री किक लागू होगा।
पेनल्टी किक
जब फाउल के कारण खेल रूक जाता है, तो उस दौरान खेल को शुरू करने को पेनल्टी किक माना जाता है। इस दौरान एक खिलाड़ी को गोल करने के लिए केवल एक शॉट दिया जाता है। विरोधी टीम के गोलकीपर द्वारा केवल बचाव किया जाता है। जब कोई खिलाड़ी अपने पेनल्टी क्षेत्र के अंदर कोई अपराध करता है, तो पेनल्टी किक दी जाती है। गोल लाइन से 11 मीटर की दूरी पर और टचलाइन के बीच में पेनल्टी शॉट लिया जाता है।
फ्री किक और पेनल्टी किक के बीच अंतर
सीधी फ्री किक को पेनल्टी किक माना जाता है। अगर कोई खिलाड़ी विरोधी टीम के पेनल्टी क्षेत्र के अंदर सीधे किक फाउल करता है, तब रेफरी पेनल्टी किक देता है। वहीं, अगर कोई पेनल्टी बॉक्स के अंदर फाउल करता है, तब पेनल्टी किक पेनल्टी स्पॉट से ली जाती है। वहीं, फ्री किक उस दौरान दी जाती है, जब कोई प्रतिद्वंद्वी पेनल्टी बॉक्स के अंदर फाउल करता है।
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