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    Exam GK: विश्व की सबसे बड़ी फूलों की प्रजातियां रैफ्लेशिया लुप्त होने की कगार पर, इस कारण है खतरा

    By Rishi SonwalEdited By: Rishi Sonwal
    Updated: Fri, 22 Sep 2023 11:43 AM (IST)

    Exam GK on Rafflesia कई ऐसे फूल भी हैं जिन्हें उनके आकार के लिए जाना जाता है। इन्हीं में से शामिल हैं रैफ्लेशिया प्रजाति के फूल जिनका आकार अब तक पाए सभी फूलों में सबसे अधिक है। चार फीट तक व्यास और 10 किलो तक वजन वाले रैफ्लेशिया (Rafflesia) पुष्पों को लाश फूल (Corpse Flower) भी कहा जाता है क्योंकि इनसे सड़ी हुई लाश के जैसी दुर्गंध आती है।

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    GK: विश्व के सबसे फूल Rafflesia की प्रजातियों पर लुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। (Image Source: BFM News)

    Exam GK on Rafflesia: पूरी दुनिया में अब तक हुई विभिन्न वानस्पतिक खोजों में 4 लाख से अधिक पौधों की प्रजातियों की खोज की जा चुकी है। इनमें से सर्वाधिक संख्या फूलों की है। कई खूब अपनी सुगंध के लिए जाने जाते हैं तो कई अपने औषधीय गुणों के कारण। हालांकि, कई ऐसे फूल भी हैं जिन्हें उनके आकार के लिए जाना जाता है। इन्हीं में से शामिल हैं रैफ्लेशिया प्रजाति के फूल, जिनका आकार अब तक पाए सभी फूलों में सबसे अधिक है। करीब चार फीट से अधिक व्यास और 10 किलो तक वजन वाले रैफ्लेशिया (Rafflesia) पुष्पों को लाश फूल (Corpse Flower) भी कहा जाता है, क्योंकि इनसे सड़ी हुई लाश के जैसी दुर्गंध आती है।

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    Exam GK on Rafflesia: यहां पाए जाते हैं रैफ्लेशिया फूल और ऐसे पड़ा नाम

    इंडोनेशिया के सुमात्रा के जंगलों पाए गए इन रैफ्लेशिया फूलों की खोज डॉक्टर जोसेफ अर्नाल्ड की टीम द्वारा वर्ष 1971 से 1974 के दौरान की गई थी। इस टीम के लीडर सर थॉमस स्टैमफोर्ड रेफ्लस के नाम पर ही पूरा ही पुष्प की आकृति वाले इस पौधे का नाम पड़ा। रैफ्लेशिया पौधे (फूलों) की अब तक 26 प्रजातियों की खोज की जा चुकी है। इनमें से 10 प्रजातियों को विश्व के सबसे फूलों की सूची में शामिल किया गया है। इडोनेशिया के साथ-साथ रैफ्लेशिया की प्रजातियां मलेशिया और फिलिपींस में भी पाई गई हैं।

    Exam GK on Rafflesia: इसलिए हैं रैफ्लेशिया फूल लुप्त होने की कगार पर

    विश्व के सबसे फूल रैफ्लेशिया की विशालतम आकार वाली प्रजातियों पर लुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों के वनस्पति वैज्ञानिकों की टीम ने की हाल ही में की गई एक शोध के मुताबिक रैफ्लेशिया की प्रजातियां खतरे में हैं। इन वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण को हो रहे नुकसान के चलते इन फूलों पर खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके लिए सभी सम्बन्धित देशों के मिलकर इन फूलों को संरक्षण के लिए काम करने होंगे।

    (Image Source: Wikipedia)

    हालांकि, इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आइयूसीएन) की विल्पुत होने की कगार पर पौधों की सूची में रैफ्लेशिया की सिर्फ एक ही प्रजाति को शामिल किया गया है।

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