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    Diwali 2023: क्यों कहा जाता है दीपावली को प्रकाश का त्योहार, यहां से जानें महत्वपूर्ण तथ्य

    By Amit YadavEdited By: Amit Yadav
    Updated: Sun, 12 Nov 2023 07:52 AM (IST)

    Diwali 2023 देश के साथ ही विदेश में रहने वाली भारतीय लोगों द्वारा दिवाली का त्योहार बड़े ही धूम धाम से सेलिब्रेट किया जाता है। इस त्योहार को प्रकाश का त्योहार कहा जाता है। इस फेस्टिवल पर सभी लोग हर जगह दिये झालर एवं विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट का इस्तेमाल करके हर स्थान को प्रकाशमय करते हैं और राम के अयोध्या में वापस लौटने की वर्षगांठ सेलिब्रेट करते हैं।

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    Diwali 2023: यहां से जानें दीपावली को प्रकाश का त्योहार क्यों कहा जाता है। (Image-freepik)

    एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। Diwali 2023: देशभर में दिवाली का त्योहार आज यानी 12 नवंबर 2023 दिन रविवार को मनाया जा रहा है। यह त्योहार हमारे देश में सनातन धर्म का प्रसिद्ध त्योहार माना जाता है। इस त्योहार को देश के साथ ही विदेश में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग बड़े ही धूम-धाम से सेलिब्रेट करते हैं।

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    दीपावली का त्योहार प्रकाश का त्योहार माना जाता है। इस त्योहार पर सभी लोग मिलकर घर से लेकर बाहर तक हर कोने में प्रकाश के लिए दीप, झालर, विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लगाकर हर स्थान को प्रकाशमय कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस त्योहार को प्रकाश का त्योहार क्यों कहा जाता है। अगर नहीं तो आप इस आर्टिकल से इसकी पूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं।

    इसलिए दिवाली को कहा जाता है प्रकाश का त्योहार

    दीपावली को प्रकाश के त्योहार के रूप में मनाये जाने का कारण रामायण काल से चला आ रहा है। रामायण के अनुसार माता कैकेयी के आदेश पर राम को 14 साल का वनवास हुआ था। वनवास के दौरान भगवान राम के साथ उनकी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण भी साथ रहे थे। वनवास के दौरान माता सीता का हरण लंका नरेश रावण ने कर लिया था।

    (Image-freepik)

    इसके बाद राम ने वानर सेना का निर्माण किया और माता सीता को छुड़ाने के लिए लंका पर चढ़ाई कर दी। इस युद्ध में रावण राम के हाथों मारा गया। इसी समय भगवान राम का 14 वर्ष का वनवास भी पूरा हो गया था। रावण के वध के बाद भगवान राम अयोध्या लौट आये। उनके स्वागत में पुरे राज्य में लोगों ने हर जगह दीप जलाकर उनका स्वागत किया। इन दीपों से अधोध्या पूरी तरह से जगमग हो गयी।

    इसके बाद से ही लोग लगातार हर वर्ष राम के अयोध्या में लौटने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष हर जगह प्रकाश करके दीपावली का त्योहार मनाते हैं जो आज तक परंपरा के अनुसार लगातार चलता आ रहा है।

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