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    क्या है देश की राजधानी- दिल्ली या नई दिल्ली? जानें दोनों के बीच का अंतर

    By Shalini KumariEdited By: Shalini Kumari
    Updated: Fri, 14 Apr 2023 10:17 AM (IST)

    देश की राजधानी दिल्ली है या नई दिल्ली इसको लेकर कई लोगों के मन में शक आ जाता है। कई लोगों को लगता है कि दोनों एक ही है लेकिन इन दोनों में काफी अंतर है। दिल्ली एक राज्य है और नई दिल्ली उसका एक जिला है।

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    दिल्ली और नई दिल्ली में काफी अंतर है

    नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। देश की राजधानी नई दिल्ली अपने इतिहास और राजनीतिक कार्यों के लिए जाना जाता है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का केन्द्र है। हालांकि, अक्सर आपने देखा होगा कि जब देश की राजधानी के बारे में पूछा जाता है, तो कुछ लोग दिल्ली बोलते हैं और कुछ लोग नई दिल्ली कहते हैं। इतना ही नहीं, कई लोगों के लिए दोनों एक ही है। आपको बता दें, नई दिल्ली और दिल्ली में काफी अंतर है।

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    दिल्ली का इतिहास है बेहद पुराना

    भारत के इतिहास में दिल्ली का अपना सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व रहा है। यह कई बार उजड़ी और इसे विभिन्न राजाओं और बादशाहों द्वारा कई बसाया गया है। इसका इतिहास बहुत ही समृद्ध है और रोचक भी रहा है।

    अंग्रेजों के शासन के बाद बसी नई दिल्ली

    इसके बाद दिल्ली पर अंग्रेजों का शासन हुआ और फिर इस बदलकर नई दिल्ली कहा गया। देश में राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव लाने वाले सभी बड़े फैसले यहीं स्थित संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट आदी में लिए जाते हैं।

    आपको बता दें, दिल्ली और नई दिल्ली में काफी अंतर है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि दिल्ली और नई दिल्ली में क्या अंतर है।

    कई शासकों द्वारा उजाड़ी और बसाई गई दिल्ली

    देश की राजधानी दिल्ली के बारे में आपको छठवीं शताब्दी ईसा पूर्व से ही कुछ तथ्य मिलने लगेंगे। बताया जाता है कि यहां पर अलग-अलग सात शासकों का शासन रहा, जिसमें खिलजी वंश, तुगलक वंश, सैय्यद वंश, लोधी और अंत में मुगलों ने राज किया। इन शासकों द्वारा दिल्ली को सात बार उजड़ा और सात बार बसाया गया।

    अनंगपाल को कहा जाता है दिल्ली का संस्थापक

    चंदरबरदाई की रचना 'पृथ्वीराज रासो' में तोमर वंश के राजा अनंगपाल को दिल्ली का संस्थापक बताया गया है। दिल्ली में तोमरवंश का शासनकाल 900 से 1200 ईसवी तक माना जाता है। इसके बाद 1170 ईसवी में दिल्ली या दिल्लिका शब्द का प्रयोग सबसे पहले उदयपुर में प्राप्त शिलालेखों में मिला।

    महरौली के पास आज भी स्थित है राजा अनंगपाल तोमर की इमारतें

    हालांकि, कुछ इतिहासकारों का मानना है कि दिल्ली का नाम राजा ढिल्लू के दिल्हीका (800 ई पू) से माना गया है। इस शहर को मध्यकाल में बसाया गया था, जो वर्तमान में महरौली के पास है। राजा अनंगपाल तोमर ने 12वीं शताब्दी में लालकोट से अपना शासन चलाया, जो इमारत महरौली में देखने को मिलती है। वर्तमान में दिल्ली में प्रशासनिक स्तर पर 11 जिले हैं। वहीं, दिल्ली उत्तर, पश्चिम और दक्षिण दिशा में हरियाणा राज्य से घिरी हुई है, जबकि इसके पूर्व में उत्तर प्रदेश है।

    1911 में हुई नई दिल्ली की स्थापना

    आपको बता दें, नई दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी का एक जिला है। नई दिल्ली की आधारशिला अंपायर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर जॉर्ज पंचम ने 12 दिसंबर, 1911 की दिल्ली दरबार में रखी थी। इसके बाद ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस और हर्बट बेकर ने नई दिल्ली को डिजाइन किया था। साल 1931 में तत्कालीन वाइस राय और गर्वनर जनरल ऑफ इंडिया लॉर्ड इरविन ने नई दिल्ली का उद्घाटन किया था।

    पश्चिमी वास्तुकला से प्रभावित है नई दिल्ली

    वर्तमान में इस जिले की अपनी एक विधानसभा है। वहीं, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का भवन यानि कि संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, केंद्रीय मंत्रालय, हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट समेत विभिन्न महत्वपूर्ण भवन इसी जिले में स्थापित है। यहां के मार्गों और इमारतों की वास्तुकला ज्यादातर पश्चिमी वास्तुकला से प्रभावित है।