CUET UG: यूनिवर्सिटी दाखिले हेतु कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के बाद अब कॉमन काउंसलिंग भी, अगले सत्र से हो सकती है लागू
CUET UG विश्विविद्यालयों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा एक ही प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इसके स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स अपने पसंद के विश्वविद्यालय और कोर्स में दाखिले के लिए फिर पंजीकरण करते हैं। हालांकि अगले साल से अलग-अलग पंजीकरण को समाप्त करते हुए कॉमन काउंसलिंग का आयोजन किया जा सकता है जिसे पहले केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए लागू किया जाएगा।

CUET UG: देश भर के केंद्रीय विश्विविद्यालयों, कई राज्यों के विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और भाग ले रहे निजी विश्वविद्यालयों और इन सभी से सम्बद्ध महाविद्यालयों व अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में संचालित होने वाले स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी का आयोजन किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी दाखिले के लिए वर्ष 2022 से शुरू की इस व्यवस्था में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा एक ही प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है और इसमें प्रदर्शन के आधार पर स्टूडेंट्स को स्कोर जारी किए जाते हैं। इसी स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स अपने पसंद के विश्वविद्यालय और कोर्स में दाखिला लेते हैं।
स्टूडेंट्स को जिस विश्वविद्यालय में दाखिला लेना होता है उसकी वेबसाइट पर जाकर एडमिशन के लिए फिर से रजिस्ट्रेशन करना होता है। ऐसे सभी पंजीकरणों में से सम्बन्धित विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित कट-ऑफ व अन्य मानदंडों (जैसे 12वीं के मार्क्स, किसी विषय विशेष के मार्क्स, आदि) के आधार पर दाखिला दिया जाता है। देश भर के विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में इस साल यानी शैक्षणिक शत्र 2023-24 के लिए भी यूजी दाखिला इसी व्यवस्था से लिया जाना है।
CUET UG: यूनिवर्सिटी दाखिले के लिए अब कॉमन काउंसलिंग
हालांकि, देश उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश की इस प्रक्रिया अब और भी सेट्रलाइज्ड किए जाने की तैयारी है। विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए एक ही प्रवेश परीक्षा के बाद अब कॉमन काउंसलिंग भी कराए जाने की योजना है। कामन काउंसलिंग के लागू हो जाने से स्टूडेंट्स अलग-अलग यूनिवर्सिटी या कॉलेज के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नहीं करने होंगे। कॉमन काउंसलिंग को अगले साल यानी शैक्षणिक शत्र 2024-25 से लागू किया जा सकता है।
इस बारे में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार कहते हैं, “केंद्रीय विश्वविद्यालयों में काउंसलिंग प्रॉसेस अब नए स्तर पर ले जाने की तैयारी है। छात्रों को अलग-अलग केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगा। ऑनलाइन मोड आयोजित होने वाली कॉमन काउंसलिंग के जरिए अगले साल से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला लिया जाएगा।”
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