Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP Board 10th Results:10वीं पास करने के बाद रुचि जानकर ही विषय चुनें छात्र

    By Arun Kumar SinghEdited By:
    Updated: Sat, 27 Apr 2019 01:16 PM (IST)

    UP Board 10th Results दसवीं के बाद विषय चयन में गलती पूरी जिंदगी के लिए भारी पड़ जाती है इसलिए खुद को जांच कर अपनी रुचि पहचानकर पूरी जानकारी हासिल कर तय करें।

    UP Board 10th Results:10वीं पास करने के बाद रुचि जानकर ही विषय चुनें छात्र

    नई दिल्‍ली, यशा माथुर। UP Board Result 2019: उत्तर प्रदेश में 10वीं का बोर्ड रिजल्ट आ चुका है। एक समय था जब कहा जाता था कि दसवीं की बोर्ड परीक्षा एक आयरन गेट है, इसे पास कर लिया तो आगे का रास्‍ता अपने आप खुल जाएगा, लेकिन अब दसवीं की बोर्ड परीक्षा में पास होते ही असली परीक्षा शुरू होती है। प्रश्‍न गहरा हो जाता है कि साइंस स्‍ट्रीम में जाएं या आर्ट्स लेकर आगे बढ़ें या फिर कॉमर्स में अपनी किस्‍मत आजमाएं। दसवीं के बाद विषय चयन में गलती पूरी जिंदगी के लिए भारी पड़ जाती है इसलिए खुद को जांच कर, अपनी रुचि पहचानकर, पूरी जानकारी हासिल कर तय करें कि साइंस, कॉमर्स और आटर्स में क्‍या लेना चाहिए?

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एमिटी इंटरनेशनल स्‍कूल, नोएडा की प्रिंसिपल रेनू सिंह कहती हैं, ‘सबसे पहले बच्‍चे अपना एप्‍टीट्यूड और इंट्रेस्‍ट समझें। जानें कि उन्‍हें जिंदगी में ऐसा क्‍या करना है जो दिल से अच्‍छा लगे। ऐसे नहीं कि दोस्‍त साइंस ले रहे हैं तो खुद भी साइंस ले ली। पैरेंट्स कह रहे हैं तो साइंस ले ली। सबसे पहले अपनी दिलचस्‍पी देखें कि उन्‍हें कौनसा सबजेक्‍ट अच्‍छा लगता है। सामाजिक विज्ञान अच्‍छा लगता है कि विज्ञान।'

    अपनी रुचि पहचानने के साथ साथ अपनी क्षमता को भी आंकना होगा। इसके लिए बच्‍चे अपने नंबरों को भी जांच सकते हैं। जाहिर हैं जहां बच्‍चे अच्‍छा करेंगे वहीं नंबर भी ठीक आएंगे। प्रिसिपल रेनू सिंह भी ऐसा ही मानती हैं। कहती हैं, ‘यह जरूर देखें कि उनकी एकेडमिक परफॉर्मेंस कैसी है। दसवीं तक हर विषय सबके लिए होता है लेकिन ग्‍यारहवीं में आते ही उस विषय का डिफिकल्‍टी लेवल बढ़ जाता है।

    फिजिक्‍स, केमिस्‍ट्री, बायोलॉजी अलग-अलग हो जाता है। अगर बच्‍चा अच्‍छे नंबरों से साइंस में पास हो रहा है तो ही साइंस ले। अगर कोई बच्‍चा यह सोचता है कि उसे डॉक्‍टर या इंजीनियर बनना है लेकिन उसकी काबिलियत कम है तो साइंस लेने का कोई फायदा नहीं होगा। वे परेशान हो जाएंगे और गलत तरीके अपनाएंगे। अगर दिलचस्‍पी हो और आपकी क्षमता है तो ही साइंस लें। ग्‍यारहवीं में बहुत मेहनत करनी पड़ेगी।'

    वे आगे कहती हैं कि आजकल कॉमर्स का जमाना है अगर बच्‍चे की अर्थशास्‍त्र में रुचि है तो कॉमर्स ले सकता हैं। आजकल ह्यूमेनिटीज का भी बहुत चलन है। बच्‍चे पॉलिटिकल साइंस, हिस्‍ट्री और लीगल स्‍टडीज ले रहे हैं। रुचि है तो आर्ट्स जरूर लें।

    आवश्‍यक टिप्‍स

    * अपनी रुचि का आकलन करें

    * खुद के विवेक का इस्तेमाल करें

    * विषय के बारे में पूरी जानकारी हासिल करें

    * अपने लक्ष्‍य को पूरा करने में सहायक विषय चुनें।

    *अगर अपनी हॉबी को ही करियर बनाएंगे तो उसी के अनुरूप चिषय चुनें।

    * पैरेंट्स व टीचर्स की बात ध्‍यान से सुनें। समझ कर फैसला लें।