किताब पढ़ते रहना चाहिए, होते हैं ये 5 फायदे
किताब पढ़ने का अपना फायदा है। जरूरी नहीं कि आप कोर्स की किताबें पढ़ें। इससे इतर फिक्शन और नॉन फिक्शन पढ़ा जा सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। एक समय था, जब लोग रेल से सफर करते हुए कुछ ना कुछ पढ़ा करते थे। इसके अलावा लाइब्रेरी में अच्छी-खासी भीड़ होती थी। लेकिन मोबाइल आने के बाद यह आदत धीरे-धीरे लोगों से छूट रही है। मेट्रो में सफर करते वक्त आपको कई लोग मिल जाएंगे, जो इयर फोन लगाए मोबाइल में कुछ न कुछ देखते रहते हैं। किताब पढ़ने का अपना फायदा है। जरूरी नहीं कि आप कोर्स की किताबें पढ़ें। इसके इतर फिक्शन और नॉन फिक्शन पढ़ा जा सकता है। आइए जानते हैं इसके फायदे...
1. कल्पना करने की क्षमता बढ़ती है
जब हम कोई किताब पढ़ते हैं, तो हमारे दिमाग एक कल्पना बनती है। इससे आपकी कल्पनाशीलता और सोच का दायरा बढ़ता है। ऐसे में आपका दिमाग क्रिएटिव हो जाता है। वहीं पढ़ने से आपको लगातार नए किस्म के विचारों से मुलाकात होती है। इससे आपके विचारों में विविधता और परिपक्वता आती है।
2.कम्युनिकेशन बेहतर होता है
जब आप किसी भी प्रकार के कम्युनिकेशन का कोर्स करेंगे, तो पहली सलाह होगी कि किताबें पढ़ें। किताब पढ़ने से न सिर्फ ज्ञान बढ़ता है, बल्कि बोलने और लिखने की क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है। ऐसे में नॉवेल या साहित्य पढ़ना ज्यादा बेहतर होता है। इससे आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली शब्दों की डिक्शनरी भी अच्छी हो जाएगी।
3.जिज्ञासा बढ़ेगी
पढ़ने का साथ एक खास बात है कि आपको और पढ़ने का दिल करता है। किताब में नई-नई चीजों को जानने का मौका मिलता है। ऐसे में आपके अंदर जिज्ञास बढ़ती है और आप अधिक पढ़ते हैं। इसका फायदा नीजि और प्रोफेशनल लाइफ दोनों में होता है।
4.याददाश्त बढ़ेगी
जब आप किताब पढ़ते हैं, तो उन्हें आस-पास की घटित घटना से जोड़ने की कोशिश करते हैं। ऐसे में आप इन बातों को याद करने का नया तरीका निकालते हैं। इसके अलावा जब आप पढ़ते हैं, तो उसे प्रदर्शित करने की भी इच्छा होती है। इसके बाद जब आप पढ़े हुए विषय पर चर्चा करते हैं, तो आपको बहुत चीजें याद हो जाती हैं।
5.किताबे सूकून देती हैं
इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में किताबें आपको टेशन-फ्री कर सकती हैं। किताबों में लेखक एक दुनिया बनाता है, जब आप पढ़ते हैं तो उसमें खो जाते है। इसका अपना आनंद है। वहीं किताब पढ़ने के बाद नींद भी शानदार आती है। इसलिए सोने से पहले किताब पढ़ना एक अच्छी आदत हो सकती है।