Packaging Industry : तेजी से बढ़ते इस फील्ड में अवसरों का खुला आसमान
ग्राहकों को लुभाने के लिए हर तरह के सामान को आकर्षक पैकेजिंग के साथ देने के साथ ही उपहार देने का चलन भी हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। इससे त्योहार की खुशी और बढ़ जाती है।

धीरेंद्र पाठक । दीपावली जैसे देश के सबसे बड़े त्योहार के समय लोग आनलाइन या बाजारों में जाकर खूब खरीदारी करते हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए हर तरह के सामान को आकर्षक पैकेजिंग के साथ देने के साथ उपहार देने का चलन भी हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। इससे त्योहार की खुशी और बढ़ जाती है। यदि आपको आकर्षक तरीके से पैकेजिंग करना भाता है और इससे संबंधित क्षेत्र में स्वयं को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो तेजी से बढ़ते इस फील्ड में अवसरों का आसमान खुला है...
त्योहारों के मौसम में खासकर दीवाली में खरीददारी और उपहारों के आदान-प्रदान की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। हाल के वर्षों में खरीदे गये सामान और उपहारों की इतनी आकर्षक पैकेजिंग होती है कि उनसे नजरें नहीं हटतीं। ये हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं। इनकी पैकिंग बेहद खूबसूरत होती है। पहले ऐसे गिफ्ट आमतौर पर घर में ही पैक किए जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। आजकल हर छोटे-बड़े त्योहार, समारोह आदि के लिए लोग बकायदा गिफ्ट डिजाइनर्स या पैकेजिंग प्रोफेशनल्स की मदद ले रहे हैं। ऐसे प्रोफेशनल किसी भी चीज को खूबसूरत तरीके से पैक करने में काफी कुशल माने जाते हैं। यही वजह है कि आजकल तेजी से आगे बढ़ता यह फील्ड करियर के आकर्षक विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।
तेजी से बढ़ रहा पैकेजिंग उद्योग: वर्तमान में हर वस्तु के लिए पैकेजिंग की जरूरत होती है। छोटी सी पिन से लेकर बड़े उत्पादों तक को अच्छी तरह से पैक करना जरूरी होता है। क्योंकि उपयुक्त और अच्छी तरह से की गई पैकेजिंग ग्राहकों को तो आकर्षित करती ही है, यह बाजार की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ाती है। इसलिए कहा भी जाता है कि पैकेजिंग सिर्फ उत्पाद को सुरक्षित ही नहीं रखती, बल्कि एक ‘साइलेंट सेल्समैन‘ का काम भी करती है। यही वजह है कि विगत कई वर्षों से यह उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत में भी यह एक ग्रोइंग इंडस्ट्री है। एक अनुमान के अनुसार, पेपर और पैकेजिंग इंडस्ट्री की यह ग्रोथ रेट अगले चार से पांच साल तक 25 से 26 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद है। भारतीय पैकेजिंग उद्योग के इस तेज विकास ने पैकेजिंग पेशेवरों के लिए भी मांग बढ़ा दी है।
करियर के अच्छे अवसर: ई-कामर्स कंपनियों के आने से पहले की तुलना में पैकेजिंग इंडस्ट्री में करियर संभावनाएं काफी ज्या्दा बढ़ गई हैं। आकर्षक पैकेजिंग आजकल ब्रांडिंग और कम्युनिकेशन दोनों का माध्यम बन गई है। यही वजह है कि प्रत्येक उद्योग, चाहे वह फूड मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़ा हो या फिर उपभोक्ता (एफएमसीजी) वस्तुओं के निर्माण से, उसे अपने उत्पादों की पैकेजिंग कराने के लिए प्रशिक्षित कुशल प्रोफेशनल चाहिए। खासकर, फूड, बेवरेज, एफएमसीजी और फार्मा जैसे उद्योगों को अपने ग्राहकों तक अपने उत्पादों की पहुंच बढ़ाने के लिए पैकेजिंग विशेषज्ञों की मदद लेनी पड़ रही है। ऐसे में आप पैकेजिंग से जुड़ा कोई भी समुचित कोर्स करके आसानी से इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं। आप चाहें तो किसी शोरूम, गिफ्ट गैलरी आदि से जुड़कर भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। पैकेजिंग की इसी मांग को देखते हुए इसके शिक्षण-प्रशिक्षण पर भी काफी ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे संस्थानों में अध्यापन के लिए भी अवसर उपलब्ध हैं।
कोर्स एवं योग्यता: इनदिनों पैकेजिंग से जुड़े कई पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग में भी इस तरह के कोर्स संचालित हो रहे हैं। इसके लिए यह एक अग्रणी सरकारी संस्थान है। यहां पर मास्टर इन पैकेजिंग टेक्नोलाजी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन पैकेजिंग, सर्टिफाइड पैकेजिंग इंजीनियर कोर्स जैसे कोर्स चल रहे हैं। इसके दो वर्षीय मास्टर कोर्स में दाखिले के लिए बीई, बीटेक या बीएससी के स्टूडेंट प्रवेश ले सकते हैं। दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन पैकेजिंग (पीजीडीपी) के लिए भी मास्टर कोर्स जैसी योग्यता होनी चाहिए। इसी तरह कुछ संस्थानों द्वारा सर्टिफकेट कोर्स इन पैकेजिंग (आइटीसी) जैसे शार्ट टर्म कोर्स भी आफर किये जा रहे हैं। यह तीन माह की अवधि का कोर्स है। यह कोर्स किसी भी पृष्ठभूमि के युवा कर सकते हैं। इसी तरह पैकेजिंग में 18 महीने की अवधि के ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम भी संचालित हो रहे हैं, जो कामकाजी लोगों के लिए डिजाइन किया गया है। कोई भी ग्रेजुएट यह कोर्स कर सकता है।
प्रमुख संस्थान
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग, दिल्ली/मुंबई/चेन्नई
www.iip-in.com/
आइपी यूनिवर्सिटी, दिल्ली
http://www.ipu.ac.in
एसआइईएस स्कूल आफ पैकेजिंग, मुंबई
https://siessop.edu.in/
हाईलाइट्स
-5 उन सबसे बड़े सेक्टर्स में से एक है पैकेजिंग इंडस्ट्री, जो सबसे अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है और अर्थव्यवस्था को योगदान भी दे रहा है।
-22 से 25 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रहा है यह सेक्टर ।
(पैकेजिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन आफ इंडिया के अनुसार)
-200 प्रतिशत तक पैकेजिंग खपत बढ़ी है देश में पिछले एक दशक में।
(इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग के अनुसार)
एक्सपर्ट बाइट:
युवाओं के लिए यह एक ग्रोइंग फील्ड
पैकेजिंग आज के समय में एक बहुत ही डायनेमिक फील्ड है। इसके प्रोफेशनल्स की आज दुनिया भर में डिमांड है। आगे भी यह डिमांड बहुत बढ़ेगी। क्योंकि आज हर इंडस्ट्री चाहे वह कंज्यूमर गुड्स की कंपनी हो, फूड, फार्मा, गिफ्ट या बेवरिज की कंपनियां हों। सबको ऐसे प्रोफेशनल्स की जरूरत पड़ रही है, जो पैकेजिंग की डिजाइनिंग से लेकर उसके आरऐंडडी आदि में कुशल हों। इस इंडस्ट्री की तेज ग्रोथ का सीधा संबंध उत्पादों की बिक्री से भी है। क्योंकि जब उत्पाद बिकेंगे, तो उनके पैकिंग और पैकेजिंग की मांग भी रहेगी। कुल मिलाकर, युवाओं के लिए यह एक ग्रोइंग फील्ड है, जिसका आने वाले दिनों में भी महत्व बना रहेगा। इस फील्ड में पैकेज भी बहुत अच्छा मिलता है। शुरुआत ही इस इंडस्ट्री में पांच लाख के पैकेज से होती है। अनुभवी प्रोफेशनल्स इस पेशे में 10 लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक पैकेज पा रहे हैं। इच्छुक युवा पीसीएम विषयों से ग्रेजुएशन करके पैकेजिंग से जुड़े इस तरह का कोर्स कर सकते हैं। या फिर बीई, बीटेक करके भी आप पैकेजिंग का यह कोर्स करके इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।
डा. माधब चक्रबर्ती
ज्वाइंट डायरेक्टर, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग, दिल्ली
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