नेटग्रिड के सीईओ के लिए जोर-शोर से चल रही है तलाश
नेटग्रिड के सीईओ के लिए जोर-शोर से तलाश जारी है। इसके लिए एक सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इसके सीईओ रघु रमन के कार्यकाल को बढ़ाने से इंकार कर दिया था।
नई दिल्ली। नेटग्रिड के सीईओ के तौर पर रघु रमन का कार्यकाल न बढ़ाए जाने के बाद अब अब इसके लिए सीईओ की तलाश की जा रही है। वर्ष 2008 में मुंबई हमले के बाद वजूद में आए नेटग्रिड में रघु के कार्यकाल को केंद्र में बनने वाली एनडीए सरकार ने बढ़ाने से इंकार कर दिया था। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उनपर मिली एडवर्स इंटेलिजेंस रिपोर्ट के चलते यह कदम उठाया था।
हालांकि नेटग्रिड के सीईओ पद की दौड़ में आतंरिक सुरक्षा के सचिव अशोक प्रसाद का नाम सबसे आगे है। फिलहाल वह उनके पास इसका एडिशनल चार्ज भी है। वह 1979 के आंध्र प्रदेश कैडर के आर्इपीएस अधिकारी है। वरिष्ठ होने के बाद भी उन्हें आईबी का चीफ न बनाकर उनके जूनियर को आईबी चीफ बना दिया गया था। अब माना जा रहा है कि नेटग्रिड का सीईओ बनाकर पहले हुई नुकसान की भरपाई की जा सकती है। पूर्व में इस पद के लिए कानपुर आईआईटी के डायरेक्टर सजंय गोविंद ढांडे का आया था, लेकिन बाद में इसको खारिज कर दिया गया।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसी माह 16 तारीख को नेटग्रिड में सीईओ के पद के लिए एक सर्कुलर निकाला था।इसमें इस पद के लिए आवेदन करने वाले के लिए इलैक्ट्रानिक्स या आईटी और समकक्ष क्षेत्र में स्नातकोत्तर होना जरूरी है। इसके अलावा उसे आईटी के क्षेत्र में 25 वर्ष का अनुभव भी जरूरी है। इसके लिए सरकारी नौकरी से सेवानिवृत अधिकारी के साथ-साथ प्राइवेट क्षेत्र के अधिकारी भी आवेदन कर सकते हैं। सर्कुलर में कहा गया है कि प्राइवेट क्षेत्र के अधिकारी को इस पद के लिए दस लाख रुपये प्रतिमाह वेतन के तौर पर दिए जाएंगे। वहीं सरकारी नौकरी से सेवानिवृत अधिकारी को अंतिम सैलरी के मुताबिक वेतन दिया जाएगा।