Share Market Today: तेजी बरकरार नहीं रख पाया बाजार, गिरावट के साथ बंद हुए सेंसेक्स-निफ्टी
Share Market Today सेंसेक्स पैक में इंडसइंड बैंक महिंद्रा एंड महिंद्रा अल्ट्राटेक सीमेंट हिंदुस्तान यूनिलीवर सन फार्मा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज आईटीसी और एशियन पेंट्स में सबसे ज्यादा गिरावट दिखी। एनटीपीसी जोमैटो टेक महिंद्रा पावर ग्रिड कोटक महिंद्रा बैंक और एचसीएल टेक लाभ में रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 3937.83 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। आइए जानते हैं बाकी डिटेल।

पीटीआई, मुंबई। भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। एक दिन की राहत के बाद, 30 शेयरों वाला बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 29.47 अंक या 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75,967.39 पर बंद हुआ। इंट्रा-डे में यह 465.85 अंक या 0.61 प्रतिशत गिरकर 75,531.01 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 14.20 अंक या 0.06 प्रतिशत गिरकर 22,945.30 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स पैक में इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी और एशियन पेंट्स में सबसे ज्यादा गिरावट दिखी। एनटीपीसी, जोमैटो, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक और एचसीएल टेक लाभ में रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 3,937.83 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
स्टॉक्सबॉक्स के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट चार्टर्ड मार्केट टेक्नीशियन, सीएफटीई, अमेय रानादिवे ने कहा, "मंगलवार को ब्लू-चिप इक्विटी सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी-50 मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। इसका मुख्य कारण आय में मंदी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली को लेकर चिंता थी। इससे मार्केट का सेंटिमेंट प्रभावित हुआ।"
एशियाई बाजारों में, सियोल, टोक्यो और हांगकांग हरे निशान में बंद हुए, जबकि शंघाई में गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में ज्यादातर गिरावट दर्ज की गई। वहीं, 'राष्ट्रपति दिवस' के उपलक्ष्य में सोमवार को अमेरिकी बाजार बंद रहे थे।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत बढ़कर 75.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। सोमवार को सेंसेक्स 57.65 अंक या 0.08 प्रतिशत चढ़कर 75,996.86 पर बंद हुआ था। इससे आठ दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया था। निफ्टी 30.25 अंक या 0.13 प्रतिशत चढ़कर 22,959.50 पर पहुंच गया था।
डॉलर के मुकाबले रुपये का क्या हाल रहा?
विदेशी फंडों की निरंतर निकासी और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी के कारण रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 8 पैसे कमजोर होकर 86.96 (अनंतिम) पर बंद हुआ। सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे कमजोर होकर 86.88 पर बंद हुआ था।
कारोबारियों ने कहा कि घरेलू बाजारों से व्यापार घाटे के निराशाजनक आंकड़ों ने भी रुपये पर दबाव डाला। जनवरी में भारत के निर्यात में लगातार तीसरे महीने गिरावट आई, जो साल-दर-साल 2.38 प्रतिशत घटकर 36.43 अरब डॉलर रह गया, जबकि व्यापार घाटा बढ़कर 22.99 अरब डॉलर हो गया। इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.35 प्रतिशत बढ़कर 106.95 पर पहुंच गया।
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