Share Market Today: ट्रंप के 'टैरिफ वॉर' से निवेशक परेशान, 7 महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ सेंसेक्स
सेंसेक्स के शेयरों में HCL टेक में सबसे अधिक 4.49 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके जोमैटो टेक महिंद्रा पावरग्रिड और टाटा मोटर्स रहे। इन्फोसिस टाटा स्टील HDFC बैंक रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल के शेयरों में भी गिरावट आई जिससे सूचकांक सात महीने से अधिक के निचले स्तर पर पहुंच गया। ICICI बैंक हिंदुस्तान यूनिलीवर MM SBI और LT हरे निशान में रहे।
पीटीआई, नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक रुझानों और अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के बीच आईटी और तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली के बाद बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 824 अंक लुढ़ककर सात महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई बैरोमीटर 824.29 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 75,366.17 पर बंद हुआ। इसमें 23 शेयर नुकसान और सात लाभ के साथ बंद हुए। 50 शेयरों वाला निफ्टी 263.05 अंक या 1.14 प्रतिशत गिरकर 22,829.15 पर बंद हुआ, जो 6 जून, 2024 के बाद पहली बार 23,000 के स्तर से नीचे है।
आईटी, दूरसंचार, बिजली, तेल और गैस तथा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई, क्योंकि अमेरिकी व्यापार नीति पर अनिश्चितता के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोलंबिया पर 25 प्रतिशत टैरिफ का एलान किया है। दरअसल, कोलंबिया ने निर्वासित प्रवासियों को ले जाने वाले विमानों को रोक दिया था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "कमजोर आय और वैश्विक बाजारों में निराशाजनक रुख के चलते भारतीय बाजार में गिरावट आई है। इसकी एक बड़ी वजह अमेरिका में व्यापार टकराव का जारी रहना हैस जैसा कि इस बार कोलंबिया के साथ हुआ। इस हफ्ते भी अस्थिरता बनी रहने का अंदेशा है।"
सेंसेक्स के शेयरों में, HCL टेक में सबसे अधिक 4.49 प्रतिशत की गिरावट आई, जिसके बाद जोमैटो, टेक महिंद्रा, पावरग्रिड और टाटा मोटर्स का स्थान रहा। इन्फोसिस, टाटा स्टील, HDFC बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल के शेयरों में भी गिरावट आई, जिससे सूचकांक सात महीने से अधिक के निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, ICICI बैंक ने इस रुझान को पलट दिया और तीसरी तिमाही के शानदार नतीजों के बाद 1.39 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। हिंदुस्तान यूनिलीवर, M&M, SBI और L&T अन्य लाभ में रहे।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "कमजोर अमेरिकी और यूरोपीय बाजार संकेत, इस सप्ताह के अंत में मासिक एफएंडओ एक्सपायरी, लगातार एफआईआई फंड निकासी और अब तक तीसरी तिमाही की सुस्त कॉर्पोरेट आय जैसे कारकों के संयोजन ने निवेशकों को अपने इक्विटी निवेश को कम करने के लिए मजबूर किया।"
व्यापक बाजार में, एलटी फूड्स के शेयर बीएसई पर 4 प्रतिशत से अधिक गिरकर 379.85 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए, क्योंकि कंपनी के तीसरी तिमाही के नतीजे निराशाजनक रहे। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयर 8.85 प्रतिशत गिरकर 56.76 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। दिन के दौरान, शेयर 9.33 प्रतिशत गिरकर 52 सप्ताह के निचले स्तर 56.46 रुपये प्रति शेयर पर आ गया। सीडीएसएल के शेयर एनएसई पर 10 प्रतिशत से अधिक गिरकर 1,342.90 रुपये पर बंद हुए, क्योंकि कंपनी ने तीसरी तिमाही में उम्मीद से कमजोर प्रदर्शन किया।
कुल मिलाकर बाजार की स्थिति नकारात्मक रही। बीएसई पर 3,522 शेयरों में गिरावट आई, जबकि 593 शेयरों में तेजी आई और 119 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 9,28,229.09 करोड़ रुपये घटकर 4,10,23,624.90 रुपये या (4.75 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) रह गया। एशियाई बाजारों में, शंघाई और टोक्यो कमजोर विनिर्माण आंकड़ों के कारण गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजारों में भी शुरुआती सत्रों में गिरावट दर्ज की गई, जिसमें जर्मनी का डीएएक्स 1.1 प्रतिशत, पेरिस में सीएसी40 0.8 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई100 0.3 प्रतिशत गिरा। वायदा कारोबार में अमेरिकी शेयरों में भी गिरावट आई। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,758.49 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.22 प्रतिशत बढ़कर 78.67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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