Share Market Close: US Fed के फैसले के बाद क्रैश हुआ बाजार, 1 फीसदी से ज्यादा की हुई गिरावट
शेयर बाजार के दोनों सूचकांक भारी गिरावट के साथ बंद हुआ है। आज बाजार में बिकवाली भरा कारोबार रहा है। बाजार में जारी चौथे दिन के करेक्शन से निवेशकों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। शेयर बाजार के साथ ही भारतीय करेंसी में भी भारी गिरावट आई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे गिरकर बंद हुआ है। पढ़ें पूरी खबर...

पीटीआई, नई दिल्ली। शेयर बाजार के दोनों सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए हैं। बाजार में यह गिरावट यूएस फेड के फैसले के बाद आई है। इस साल दूसरी बार फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में कटौती किया है। फेड के इस फैसले से जहां डॉलर मजबूत हुआ है तो वहीं, वैश्विक बाजार में गिरावट देखने को मिला है। डॉलर के मजबूत होने और भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के कारण भारतीय करेंसी भी अपने नए ऑल-टाइम लो पर पहुंच गई है।
विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी पूंजी की निकासी के साथ ही कैपिटल गुड्स, बैंकिंग और आईटी शेयरों में भारी गिरावट से बाजार में इतनी बड़ी गिरावट आई।
शेयर बाजार में आज लगातार चौथे दिन गिरावट आई। सेंसेक्स 964.15 अंक या 1.20 फीसदी गिरकर 79,218.05 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 247.15 अंक या 1.02 फीसदी की गिरावट के साथ 24,000 अंक से नीचे 23,951.70 अंक पर बंद हुआ।
टॉप गेनर और लूजर स्टॉक
आज इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं, दूसरी तरफ सन फार्मा, पावर ग्रिड और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
ग्लोबल मार्केट का हाल
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग निचले स्तर पर बंद हुए। यूरोपीय बाज़ार नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। बुधवार को वॉल स्ट्रीट तेजी से गिरावट के साथ बंद हुआ।
एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,316.81 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत गिरकर 73.33 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
भारतीय करेंसी में भारी गिरावट
आज अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे गिरकर 85.08 (अनंतिम) पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले के बाद डॉलर में व्यापक तेजी आई, जिससे रुपया गिर गया।
फॉरेक्स ट्रेडर्स ने कहा कि भारतीय रुपया पहली बार 85-अंक को पार कर गया और गुरुवार को एक नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिर गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 2025 के लिए अपने अनुमानों को समायोजित किया, जो अधिक सतर्क मौद्रिक नीति रुख का संकेत देता है। इससे उभरते बाजार की मुद्राओं जैसे भारती करेंसी पर दबाव पड़ता है।
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा में, रुपया कमजोर रुख के साथ खुला और ग्रीनबैक के मुकाबले महत्वपूर्ण 85.00 के स्तर को पार कर गया। आयातकों की ओर से डॉलर की मांग विदेशी फंड के बहिर्वाह और घरेलू इक्विटी में सुस्त रुख के कारण अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 85.08 के सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया। यह पिछले बंद के मुकाबले 14 पैसे की गिरावट दर्ज करता है। पिछले सत्र यानी बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 84.94 पर बंद हुआ।
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