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    इंडेक्सेशन क्या है और इससे कैसे कम होती है टैक्स लायबिलिटी?

    By Siddharth PriyadarshiEdited By:
    Updated: Thu, 03 Nov 2022 07:00 PM (IST)

    प्राइसेज और एसेट वैल्यूज को वर्तमान परिस्थितियों में एलाइन करने के लिए सरकारों और संगठनों द्वारा उपयोग होने वाली तकनीक या सिस्टम ही इंडेक्सेशन है। ये सूचकांक इन्फ्लेशन कॉस्ट ऑफ लिविंग वेतन इनपुट प्राइसेज और दूसरे माइक्रोइकनॉमिक फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए तैयार होते हैं।

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    What is indexation and how does it reduce tax liability

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: म्यूचुअल फंड युनिट्स को रिडीम करने से मिला कोई भी मुनाफा कैपिटल गेन कहलाता है। आपको इस मनाफे पर कैपिटल गेन टैक्स देना होता है। टैक्स की गणना में होल्डिंग पीरियड देखा जाता है। यह यूनिट्स को खरीदने और बेचने के बीच की समयावधि होती है। अगर यह होल्डिंग पीरियड तीन साल से कम है, तो आपका मुनाफा शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स माना जाएगा। इस पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लगेगा, जो अधिकतम 30 फीसद तक जा सकता है। वहीं, होल्डिंग पीरियड तीन साल या इससे अधिक है, तो आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा। यह 20 फीसद है और इंडेक्सेशन बेनिफिट्स के साथ आता है। यह इंडेक्सेशन बेनिफिट आपके टैक्स को कम कर देता है। इससे आपका टैक्स 20 फीसद से गिरकर एक फीसद तक भी आ सकता है।

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    क्या है इंडेक्सेशन?

    प्राइसेज और एसेट वैल्यूज को वर्तमान परिस्थितियों में एलाइन करने के लिए सरकारों और संगठनों द्वारा उपयोग होने वाली तकनीक या सिस्टम ही इंडेक्सेशन है। हम इसे इन्फ्लेशन एडजस्टर भी कह सकते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित सूचकांक के आधार पर वस्तुओं और सेवाओं की कीमत को मॉडिफाई करता है। ये सूचकांक इन्फ्लेशन, कॉस्ट ऑफ लिविंग, वेतन, इनपुट प्राइसेज और दूसरे माइक्रोइकनॉमिक फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए तैयार होते हैं।

    कैसे होता है इंडेक्सेशन

    म्यूचुअल फंड के मामले में एक यूनिट के खरीद मूल्य को समायोजित करके इंडेक्सेशन किया जाता है। इस समायोजन को अक्सर इन्फ्लेशन रेट के साथ जोड़ दिया जाता है। यह रेट म्यूचुअल फंड यूनिट खरीदने और उसे बेचने के बीच की अवधि के दौरान की होती है। इसके फॉर्मूला में खरीदारी की इंडेक्स्ड कॉस्ट (indexed cost of acquisition) निकालने के लिए 'बिक्री के वर्ष के इंडेक्स मूल्य' में 'खरीदरी के वर्ष के इंडेक्स मूल्य' का भाग देकर खरीद मूल्य से गुणा कर दिया जाता है।

    कई एसेट्स में काम आता है इंडेक्सेशन

    इंडेक्सेशन एक महत्वपूर्ण और प्रभावी टूल है, जो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर आपकी टैक्स लायबिलिटी को कम कर देता है। यह डेट म्यूचुअल फंड्स के आकर्षण को बढ़ाने में एक बड़ी भागीदारी निभाता है। वास्तव में, इंडेक्सेशन केवल डेट फंड्स तक ही सीमित नहीं है। यह जमीन, बिल्डिंग, गोल्ड ज्वैलरी आदि जैसे दूसरे एसेट्स में भी इन्फ्लेशन एडजस्टेड प्राइस को कैलकुलेट करने में यूज होता है। डायरेक्ट इक्विटी और इक्विटी म्यूचुअल फंड्स जैसे ही कुछ अपवाद है, जहां इंडेक्सेशन अप्लाई नहीं होता।

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