शरद पवार ने देशमुख को पार्टी का शहर अध्यक्ष नियुक्त किया
शहर राकांपा में नेतृत्व का मामला पूरी तरह से सुलझ नहीं पाया है। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख को शहर अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि यह नियुक्ति अस्थायी है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के नागपुर दौरे के बाद नया अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
नागपुर। शहर राकांपा में नेतृत्व का मामला पूरी तरह से सुलझ नहीं पाया है। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख को शहर अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि यह नियुक्ति अस्थायी है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के नागपुर दौरे के बाद नया अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
गौरतलब है कि पवार 23 व 24 सितंबर को विदर्भ दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे नागपुर में विदर्भ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। विदर्भ में कुछ जिलों में अध्यक्ष नियुक्त नहीं होने से राकांपा नेतृत्व हीन है। नागपुर शहर में लंबे समय से विवाद बना हुआ है। संगठन को मजबूत करने के दावे के साथ दो दिन पहले ही नागपुर जिले के अध्यक्षों की घोषणा की गई। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख को शहर अध्यक्ष व पूर्व मंत्री रमेश बंग को ग्रामीण अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
दोनों के नाम की घोषणा मुंबई में की गई। वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल, अजीत पवार, सुनील तटकरे, छगन भुजबल,दिलीप वलसे पाटील की उपस्थिति में इन नामों की घोषणा की गई। शहर में राकांपा के अध्यक्ष पद के लिए करीब आधा दर्जन नाम सामने आ रहे थे। गुटबाजी दिख रही थी। लेकिन श्री देशमुख का नाम शहर अध्यक्ष के लिए तय होने पर अन्य दावेदारों ने दावा छोड़ दिया। कहा जाने लगा कि श्री देशमुख के नेतृत्व में संगठन मजबूत होगा। मनपा चुनाव में पार्टी को अधिक लाभ मिलेगा। पूर्व शहर अध्यक्ष अजय पाटील ने भी कहा कि श्री देशमुख की नियुक्ति से कार्यकर्ताओं में अध्यक्ष बनने की स्पर्धा नहीं रहेगी। इस बीच पार्टी के अन्य पदाधिकारियों समेत देशमुख व पाटील मराठवाडा में जेल भरो आंदोलन में शामिल हुए।
ताजा जानकारी के अनुसार शहर राकांपा अध्यक्ष पद के निर्णय को पूर्ण विराम नहीं लगा है।
पवार के विदर्भ दौरे को देखते हुए देशमुख को नागपुर का शहर अध्यक्ष बनाया गया। पवार ने उन्हें जिम्मेदारी दी। देशमुख राज्य स्तर पर वरिष्ठ नेताओं के साथ अन्य संगठनात्मक जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। वे मंगलवार को दिल्ली में थे। देशमुख ने कहा कि उनकी नियुक्ति को लेकर वरिष्ठ नेताओं की ओर से फिलहाल फेरबदल के संकेत या सूचना नहीं मिली है। राज्य स्तर पर संगठनात्मक मामले में वे पहले की तरह सक्रिय रहेंगे। फिलहाल पवार के विदर्भ दौरे की तैयारी चल रही है। सभी कार्यकर्ता मिलजुलकर कार्य कर रहे हैं।