Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर अजित पवार ने कहा-'अमित शाह के साथ दोनों राज्यों के CM की बातचीत सार्वजनिक हो'

    By AgencyEdited By: Babli Kumari
    Updated: Sun, 18 Dec 2022 07:56 AM (IST)

    Maharashtra-Karnataka Border Dispute महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। महाराष्ट्र के विपक्ष के नेता अजीत पवार ने इसपर कहा है कि अगर राज्य सरकार सीमा मुद्दों पर प्रस्ताव लाती है तो हम इसका समर्थन करेंगे।

    Hero Image
    महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार (फोटो/एएनआई)

    नागपुर, एजेंसी। Maharashtra-Karnataka border dispute महाराष्ट्र के विपक्ष के नेता अजीत पवार ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीमा मुद्दे पर बातचीत को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।अजीत पवार ने कहा, 'कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों की केंद्रीय एचएम अमित शाह के साथ बातचीत को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। अगर राज्य सरकार सीमा मुद्दों पर प्रस्ताव लाती है तो हम इसका समर्थन करेंगे।'

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने की यह मांग पुरानी 

    उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने की यह पुरानी मांग रही है। महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा, 'यह हमारी पुरानी मांग है कि बेलगावी, निपानी, करवार और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों को महाराष्ट्र के साथ जोड़ा जाना चाहिए।'

    इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा रेखा से संबंधित एक प्रस्ताव राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पारित किया जाएगा।

    'कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा रेखा से संबंधित एक प्रस्ताव पारित करेंगे'

    महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'हम राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा रेखा से संबंधित एक प्रस्ताव पारित करेंगे। सीएम एकनाथ शिंदे विधानसभा में प्रस्ताव पेश करेंगे।'

    इस बीच, 14 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक की अध्यक्षता की।

    महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर बैठक की अध्यक्षता करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दोनों राज्य एक दूसरे के खिलाफ तब तक कोई दावा नहीं करेंगे जब तक कि सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला नहीं दे देता।

    सकारात्मक माहौल में हुई बैठक- अमित शाह

    शाह ने कहा, 'सीमा मुद्दे पर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच आज सकारात्मक माहौल में बैठक हुई।' उन्होंने कहा, 'मैंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, कर्नाटक के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं को फोन किया था।

    दोनों राज्यों के बीच लंबित अन्य मुद्दों को भी हल होगा- अमित शाह

    अमित शाह ने कहा कि 'जब तक सुप्रीम कोर्ट इस मामले में फैसला नहीं देता, तब तक दोनों राज्यों में से कोई भी एक-दूसरे पर कोई दावा नहीं करेगा। दोनों पक्षों के तीन मंत्री मिलेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। मंत्री दोनों राज्यों के बीच लंबित अन्य मुद्दों को भी हल करेंगे।'

    उन्होंने दोनों राज्यों के विपक्षी दलों से इस मुद्दे का 'राजनीतिकरण' नहीं करने का भी आग्रह किया।

    उन्होंने आगे कहा मैं महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों के विपक्षी दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह करता हूं। हमें इस मुद्दे को हल करने के लिए गठित समिति की चर्चा के परिणाम और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहिए। मुझे विश्वास है कि राकांपा, कांग्रेस, और उद्धव ठाकरे समूह सहयोग करेगा।'

    यह भी पढ़ें- Maharashtra Karnataka Border Dispute: क्या है महाराष्ट्र-कर्नाटक बॉर्डर विवाद, जानें फिर चर्चा में क्यों आया