हरदोली पेपर मिल में लगी आग, करोड़ों का नुकसान
नागपुर-अमरावती राष्ट्रीय राजमार्ग के कोंढाली से चार किमी दूर हरदोली के पेपर मिल में शनिवार को भीषण आग लग गई, जिसमें करोड़ों का माल जलकर खाक हो गया। कोई जनहानि नहीं हुई है।
नागपुर, कोंढाली। नागपुर-अमरावती राष्ट्रीय राजमार्ग के कोंढाली से चार किमी दूर हरदोली के पेपर मिल में शनिवार को भीषण आग लग गई, जिसमें करोड़ों का माल जलकर खाक हो गया। कोई जनहानि नहीं हुई है। घटना सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे हुई। तेज हवा के कारण आग ने देखते-देखते भीषण रूप धारण कर लिया। करीब डेढ़ दर्जन टैंकर और दमकल के वाहन मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने का प्रयास देर शाम तक करते रहे। सायं 5 बजे तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था। हवा की दिशा पास स्थित जंगल के विपरीत होने से आग जंगल तक नहीं पहंची, अन्यथा जंगल भी आग की चपेट में आ जाता।
मिली जानकारी के अनुसार हरदोली पेपर मील में वेस्ट कागजों से क्रॉप कागज बनाए जाते हैं। जिसके लिए दुबई, अमेरिका, साउथ अरेबिया तथा देश के विभिन्न हिस्सों से कच्चा माल लाया जाता है। घटना के समय कंपनी में 900 टन विदेशी तथा 400 टन देशी माल रखा हुआ था। शनिवार दोपहर साढ़े ग्यारह के दौरान मील के उत्तर दिशा में स्थित बालयर के पास अचानक धुंआ नजर आया। कर्मचारियों ने जाकर देखा, तो कागज का कच्चा माल जल रहा था। घटना की जानकारी तुरंप पेपर मिल प्रबंधन को दी गई। इस दौरान आग तेजी से फैलने लगी।
भीषण गर्मी और तेज हवा
चिलचिलाती धूप के साथ ही तेज हवा के चलते आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया। पेपर मील में रखा 1300 टन कागज पूरी तरह जलकर खाक हो गया।
घटना की जानकारी काटोल तहसील और नागपुर अग्निशमन विभाग को दी गई। इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में गांववासी घटना स्थल पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। दोपहर करीब 12.30 बजे सोलार बारुद कंपनी की तीन गाडिय़ां, तीन जेसीबी, अल्ट्राटेक कंपनी के दो टैंकर, काटोल नगर परिषद, नरखेड़ की एक-एक, नागपुर से दो तथा कोंढाली के बालपांडे कंस्ट्रशन के दो टैंकर मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने में लग गए। आग इतनी भीषण थी कि, शाम 5 बजे तक भी आग पर काबू पाने में सफलता नहीं मिली।
जंगल बचा
गौरतलब है कि पेपर मिल से सट कर ही घना जंगल है। आग भीषण थी, ऊंची-ऊंची लपटें उठ रही थीं। खास बात ये रही कि हवा का रुख उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर था, जिससे लपटें जंगल तक नहीं पहुंच पाईं। इससे जंगल आग की चपेट में आने से बच गया, अन्यथा स्थिति और भी भयावह हो जाती।
गांववालों ने की मदद
मिल में आग लगने की खबर कोंढाली पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस विभाग द्वारा संबंधित विभागों को जानकारी दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी तादाद में कोंढाली, दुधाला, हरदोली, रिंगनाबोड़ी के नागरिक भी घटनास्थल पर पहुंचे। दुधाला के उपसरपंच किशोर रेवतकर, बबलू भूरे, राजू बुटे, नसीर गुरुजी आदि नागरिकों के सहयोग से आग बुझाने का अपने-अपने स्तर पर प्रयास किए।
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