Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महाराष्ट्र के इस शहर में अचानक होने लगी कौओं की मौत, अधिकारियों ने जांच करवाई तो उड़े होश; अलर्ट किया जारी

    महाराष्ट्र के लातूर जिले में 51 कौओं की मौत से हड़कंप मच गया है। मामला जिले के उगीर कस्बे का है। यहां के अलग-अलग स्थानों पर कौवे मृत मिले। इसकी शिकायत पिछले सात दिन यानी 13 जनवरी से लोग अधिकारियों से कर रहे थे। अब भोपाल लैब की जांच रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में बर्ड फ्लू से मौत का मामला सामने आया है।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 20 Jan 2025 01:41 AM (IST)
    Hero Image
    लातूर में बर्ड फ्लू से हुई कौओं की मौत। ( सांकेतिक फोटो )

    पीटीआई, लातूर। महाराष्ट्र के लातूर जिले में अचानक कौओं की मौत से हड़कंप मच गया। अभी तक 51 कौओं की मौत के मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच प्रशासन ने जिलेभर में अलर्ट जारी किया है। बीमारी को रोकने के कदम भी उठाए जाने लगे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महाराष्ट्र के उदगीर कस्बे में अलग-अलग स्थानों पर अब तक 51 कौवे मृत मिल चुके हैं। पिछले सात दिन से कौओं की मौत की सूचना अधिकारियों के पास आ रही थीं।

    बर्ड फ्लू से गई सभी की जान

    पशुपालन उपायुक्त डॉ. श्रीधर शिंदे ने बताया कि शनिवार को भोपाल पशु चिकित्सा प्रयोगशाला से मिली रिपोर्ट से पता चला है कि उदगीर कस्बे में कौओं की मौत एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू (एच5एन1) से हुई है। उन्होंने कहा कि अभी तक उदगीर में 51 कौवे मृत मिल चुके हैं। अधिकारियों को 13 जनवरी से ही कस्बे के बगीचों और दूसरे इलाकों में मृत पक्षियों के बारे में शिकायतें मिल रही थीं।

    14 जनवरी को जांच को भेजे सैंपल

    अधिकारी ने जानकारी दी कि 14 जनवरी को छह मृत कौवे को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया। कौओं की मौत की वजह सामने आने के बाद जिला प्रशासन बीमारी के रोकथाम के कदम उठाने लगा है।

    10 किमी का क्षेत्र अलर्ट जोन घोषित

    लातूर की कलेक्टर वर्षा ठाकुर घुगे ने पशुओं में संक्रामक और संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण अधिनियम के तहत कई निर्देश जारी किए हैं। जहां पर कौवे मृत मिले हैं उसके 10 किमी दायरे में अलर्ट जोन घोषित किया गया है।

    पोल्टी फॉर्म का किया जाएगा सर्वे

    आदेश के मुताबिक प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों की आवाजाही और पक्षियों व जानवरों के परिवहन पर रोक लगा दी गई है। पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जाएगा। 10 किलोमीटर के क्षेत्र में स्थित सभी पोल्ट्री फॉर्म का सर्वे किया जाएगा। उनके नमूने जांच को भेजे जाएंगे। जिला प्रशासन ने लोगों से कहीं भी पक्षियों या जानवरों की किसी भी असामान्य मौत की सूचना नजदीकी पशु चिकित्सालय और वन विभाग को देने की अपील की है।

    यह भी पढ़ें: प्लंबर, सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी, 2 लाख रुपये वेतन; रूस की सेना में ऐसे फंसे भारतीय युवक

    यह भी पढ़ें: झारखंड में बड़ा हादसा, टायर फटने से पलटी बस; तीन की मौत और 10 यात्री घायल