महाराष्ट्र के लातूर जिले की महिलाएं रजाई बनाने की मरती कला को बनाए रखी हैं जिंदा, बना आजीविका का स्रोत
Women of Maharashtras Latur महाराष्ट्र के लातूर जिले के कुछ दूरदराज के गांवों में साधारण पारंपरिक रजाई गोधाडी महिलाओं के लिए आजीविका का एक सुनिश्चित स ...और पढ़ें

लातूर, एजेंसी। महाराष्ट्र के लातूर जिले के कुछ दूरदराज के गांवों में साधारण पारंपरिक रजाई ''गोधाडी'' महिलाओं के लिए आजीविका का एक सुनिश्चित स्रोत बन गई है।
एक अधिकारी ने कहा कि एक परियोजना, जिसे 2017 में स्वयं सहायता समूह रूमा द्वारा 50,000 रुपये के निवेश पर शुरू किया गया था। ग्रामीण महाराष्ट्र के लिए यह एक छोटा सा कदम था। अब महिलाओं को 8,000 रुपये की मासिक आय प्रदान कर रहा है।

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