उद्धव ठाकरे ने राहुल गांधी से कहा- सावरकर हमारे आदर्श, उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे
उद्धव ठाकरे ने कहा मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि हम अपने देश के लोकतंत्र और इसके संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। आपको जानबूझ कर उकसाया जा रहा है। यदि हम इस समय को व्यर्थ जाने देंगे तो लोकतंत्र का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
मालेगांव, पीटीआई। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे का रविवार को बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि वह हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर को अपना 'आदर्श' मानते हैं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनका 'अपमान' वह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
लोकतंत्र के लिए एकजुट होकर लड़ने का उद्धव ने किया आग्रह
उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले के मुस्लिम बहुल कपड़ा शहर मालेगांव में एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) तीन दलों- सेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का गठबंधन लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाया गया था और इसके लिए एकजुट होकर काम करना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि जानबूझकर राहुल गांधी को भड़काने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा, "सावरकर हमारे आदर्श हैं और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए मिलकर लड़ना होगा। सावरकर ने 14 साल तक अंडमान सेलुलर जेल में अकल्पनीय यातनाएं झेलीं। हम केवल पीड़ाओं को पढ़ सकते हैं। यह बलिदान का एक रूप है।''
राहुल गांधी को जानबूझ कर उकसाया जा रहा है: उद्धव
उद्धव ठाकरे ने कहा, ''मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि हम अपने देश के लोकतंत्र और इसके संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। लेकिन आपको जानबूझ कर उकसाया जा रहा है। यदि हम इस समय को व्यर्थ जाने देंगे तो लोकतंत्र का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।"
राहुल गांधी का कहना
गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। अपनी अयोग्यता को लेकर दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने शनिवार को कहा, "मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं।''
ठाकरे ने की राहुल की सराहना
ठाकरे ने आगे राहुल गांधी की सराहना करते हुए कहा, "राहुल गांधी ने कल अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अच्छी बात कही। उन्होंने वैध सवाल उठाया कि 20,000 करोड़ रुपये किसके हैं। लेकिन सरकार जवाब नहीं देना चाहती।" सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने आरोप लगाया कि जिनका देश के स्वतंत्रता आंदोलन से कोई संबंध नहीं है, वे लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं।