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    Yakub Memon Grave: याकूब मेमन की कब्र के सौंदर्यीकरण के लिए टाइगर मेमन ने की थी ट्रस्टियों को धमकाने की कोशिश

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Fri, 09 Sep 2022 07:12 PM (IST)

    Yakub Memon Grave आतंकी याकूब मेमन की कब्र का सौंदर्यीकरण करने के लिए उसका भाई व मुंबई विस्फोटों का भगोड़ा आरोपित टाइगर मेमन मंबई के बड़ा कब्रिस्तान के ट्रस्टियों को धमकाने की कोशिश की थी। ट्रस्टियों ने इस बात की शिकायत भी वक्फ बोर्ड में दर्ज कराई थी।

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    याकूब की कब्र के सौंदर्यीकरण के लिए टाइगर ने ट्रस्टियों को की थी धमकाने की कोशिश। फाइल फोटो

    मुंबई, राज्य ब्यूरो। Yakub Memon Grave: आतंकी याकूब मेमन की कब्र का सौंदर्यीकरण करने के लिए उसका भाई व मुंबई विस्फोटों का भगोड़ा आरोपित टाइगर मेमन (Tiger Memon) मंबई के बड़ा कब्रिस्तान के ट्रस्टियों को धमकाने की कोशिश की थी। ट्रस्टियों ने इस बात की शिकायत भी वक्फ बोर्ड में दर्ज कराई थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इस सारे प्रकरण की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।

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    महाराष्ट्र सरकार ने टाइगर से बातचीत करने से कर दिया था मना

    सात साल पहले दक्षिण मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफनाए गए याकूब मेमन की कब्र (Yakub Memon Grave) का सौंदर्यीकरण करने के लिए याकूब मेमन के चचेरे भाई टाइगर मेमन ने कब्रिस्तान के दो ट्रस्टियों को धमकाने की कोशिश की थी। बड़ा कब्रिस्तान के एक पूर्व ट्रस्टी का कहना है कि याकूब के चचेरे भाई ने उनसे संपर्क कर याकूब के बड़े भाई टाइगर मेमन से बात कराने की कोशिश की थी, लेकिन प्रदेश सरकार ने टाइगर से बात करने से मना कर दिया था। टाइगर चाहता था कि उसके भाई याकूब के लिए विशेष कब्र का इंतजाम किया जाए। इसी प्रकार एक अन्य ट्रस्टी जजिल नवराने ने भी याकूब की कब्र के सौंदर्यीकरण पर आपत्ति जताई थी। उक्त दोनों ट्रस्टियों का आरोप है कि कब्र के सौंदर्यीकरण पर आपत्ति जताने पर उन्हें ट्रस्ट से हटा दिया गया था।

    ट्रस्टियों की शिकायत पर वक्फ बोर्ड ने नहीं की कार्रवाई

    दोनों ट्रस्टियों ने इस बात की शिकायत वक्फ बोर्ड से भी की थी, लेकिन वक्फ बोर्ड की तरफ से भी उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिस समय का यह मामला है, उस समय राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार थी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक अल्पसंख्यक मामलों व वक्फ विभाग के मंत्री थे। वह स्वयं इस समय जमीन के एक विवादित सौदे में मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में हैं। इस सौदे में भी भगोड़े माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर व मुंबई विस्फोटों के एक आरोपित के शामिल रहने के आरोप हैं। याकूब का भाई टाइगर मेमन तो 12 मार्च, 1993 को मुंबई में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों का मास्टरमाइंड ही माना जाता है। उस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने हाल ही में 15 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है।

    शिवसेना को इसलिए घेर रही हैं भाजपा, कांग्रेस और राकांपा

    टाइगर के भी पाकिस्तान के शहर कराची में ही रहने की बात कही जाती है। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी याकूब की कब्र के सौंदर्यीकरण मामले में महाविकास आघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना (Shivsena) के नेताओं को घेर रही है और उन्हें देश से माफी मांगने को कह रही है। जबकि शिवसेना और कांग्रेस के नेता यह कहकर बचने की कोशिश कर रहे हैं कि आतंकी याकूब मेमन को दफनाने की अनुमति 2015 में तत्कालीन फडणवीस सरकार ने दी थी। उसे भी अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन व 26/11 के आरोपी अजमल कसाब की तरह सरकार ने गुप्त स्थान पर क्यों नहीं दफना दिया।