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    Maharashtra: शरद पवार बोले, वेदांत-फाक्सकान फैक्ट्री का गुजरात जाना दुर्भाग्यपूर्ण

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Thu, 15 Sep 2022 09:36 PM (IST)

    Maharashtra राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र निवेशकों के लिए हमेशा पहली पसंद रहा है। ऐसे में वेदांत-फाक्सकान फैक्ट्री का गुजरात जाना दुर्भागयपूर्ण है। महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र के दबाव में फैक्ट्री के गुजरात जाने का आरोप लगाया।

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    शरद पवार बोले, वेदांत-फाक्सकान फैक्ट्री का गुजरात जाना दुर्भाग्यपूर्ण। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, मुंबई। Maharashtra News: वेदांत-फाक्सकान सेमीकंडक्टर फैक्ट्री के गुजरात चले जाने पर महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। इस सबके बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र निवेशकों के लिए हमेशा पहली पसंद रहा है। ऐसे में वेदांत-फाक्सकान फैक्ट्री का गुजरात जाना दुर्भागयपूर्ण है। महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र के दबाव में फैक्ट्री के गुजरात जाने का आरोप लगाया है, जबकि उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है।

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    देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष पर झूठे दावे करने का आरोप लगाया

    उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने विपक्ष पर झूठे दावे करने का आरोप लगाया है। पुणे में प्रेस कांफ्रेंस में पवार ने कहा कि केंद्र की सत्ता का लाभ गुजरात को मिल रहा है। पहले यह फैक्ट्री पुणे के पास तलेगांव में लगनी थी। इस परियोजना को अब वापस महाराष्ट्र में ला पाना संभव नहीं लगता। पवार ने आगे कहा कि वेदांत-फाक्सकान के गुजरात जाने के बाद इस पर टीका-टिप्पणी करने के बजाय अब विचार करना चाहिए कि महाराष्ट्र में नई परियोजनाएं कैसे आएं। पवार ने शिंदे सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अभी तक शिंदे का कोई काम दिखाई नहीं पड़ रहा है। अब उन्हें कुछ करके दिखाना चाहिए।

    यह महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा पर हमला

    प्रेट्र के अनुसार उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' ने भाजपा का नाम लिए बिना संपादकीय में लिखा है कि मेगा सेमीकंडक्टर परियोजना गुजरात जा रही है जो महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा पर हमला है। यह सिर्फ शुरुआत है और एक दिन एकनाथ ¨शदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार 'मुंबई का व्यापार' भी कर सकती है। संपादकीय में शिंदे को कठपुतली मुख्यमंत्री बताया गया है। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने कहा कि केंद्र के दबाव में यह परियोजना गुजरात गई है। एमवीए सरकार ने इस परियोजना के लिए बेहतर पैकेज की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि इस कदम से देश को नुकसान होगा, क्योंकि इससे परियोजनाओं के लटकने की संभावना बढ़ेगी।

    नानर रिफाइनरी पर जवाब दे विपक्ष

    प्रेट्र की रिपोर्ट के अनुसार विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने उन्हें नानर रिफाइनरी परियोजना की याद दिलाई। रूस की यात्रा पर गए फडणवीस ने एक के बाद एक ट्वीट में कहा, 'यह निराशाजनक है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए नकारात्मक, झूठे और निराधार दावे किए जा रहे हैं। यह केवल अपनी अक्षमता को छिपाने के लिए है। मैं विपक्षी नेताओं से पूछना चाहता हूं कि महाराष्ट्र से 3.5 लाख करोड़ रुपये की रिफाइनरी किसने वापस भेजी? इन नेताओं को मेरी सलाह है कि सक्षम और कुशल बनने पर ध्यान दें, न कि नकारात्मक और हताश।'

    वेंदात प्रमुख की मामला शांत करने की कोशिश

    मिड-डे के अनुसार वेदांत समूह के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने सेमीकंडक्टर फैक्ट्री के गुजरात जाने पर महाराष्ट्र में गरमाई सियासत को शांत करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, 'अरबों डालर का यह दीर्घकालिक निवेश भारतीय इलेक्ट्रानिक्स की दिशा बदल देगा। हम एक अखिल भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र बनाएंगे और महाराष्ट्र में भी निवेश करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हमारे गुजरात संयुक्त उद्यम में एकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र हमारे लिए केंद्र में होगा।' उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी परियोजना के लिए स्थान का चयन एक वैज्ञानिक और वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें कई साल लग जाते हैं। कंपनी ने गुजरात का चुनाव पेशवर और स्वतंत्र सलाह के आधार पर किया है।