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    Mumbai News: मुंबई के एक स्कूल ने 'मैन इन द मिडल' ऑनलाइन हमले में गंवाए थे लाखों रुपये, पुलिस ने 82.55 लाख रुपये किए बरामद

    By Agency Edited By: Babli Kumari
    Updated: Fri, 12 Apr 2024 09:45 AM (IST)

    Mumbai News मैन इन द मिडल (एमआईटीएम) हमला वह है जिसमें हमलावर गुप्त रूप से दो पक्षों के बीच संदेशों को रोकता है और प्रसारित करता है जो मानते हैं कि वे एक-दूसरे के साथ संचार कर रहे हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी 23 फरवरी से 16 मार्च के बीच हुई जब स्कूल ने कैफेटेरिया बनाने के लिए सामग्री खरीदने की प्रक्रिया शुरू की। पुलिस ने इस मामले की जानकारी दी।

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    'मैन इन मिडल' ऑनलाइन हमले में स्कूल ने गंवाए थे लाखों रुपये (प्रतिकात्मक फोटो)

    पीटीआई, मुंबई। मुंबई पुलिस एक 'मैन इन मिडल' ऑनलाइन हमले में खोए दक्षिण मुंबई स्थित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय स्कूल के 82.55 लाख रुपये वापस पाने में कामयाब रही है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

    साइबर सेल अधिकारी ने कहा, 'मैन इन द मिडल' (एमआईटीएम) हमला वह है जिसमें हमलावर गुप्त रूप से दो पक्षों के बीच संदेशों को रोकता है और प्रसारित करता है, जो मानते हैं कि वे एक-दूसरे के साथ संचार कर रहे हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी 23 फरवरी से 16 मार्च के बीच हुई जब स्कूल ने कैफेटेरिया बनाने के लिए सामग्री खरीदने की प्रक्रिया शुरू की। स्कूल ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित एक फर्म को अनुबंध दिया, जिसने सौदे के हिस्से के रूप में अपना बैंक विवरण भेजा।

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    स्कूल ने 87.26 लाख रुपये कर दिए थे ट्रांसफर 

    उन्होंने आगे कहा, "एक अज्ञात व्यक्ति ने एक समान आईडी बनाई और एक अमेरिकी-आधारित बैंक का विवरण प्रदान किया। यह मानते हुए कि ईमेल यूएई स्थित फर्म से भेजा गया था, स्कूल ने 87.26 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जल्द ही स्कूल को एहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है और उन्होंने मध्य क्षेत्र साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।" 

    अधिकारी ने कहा कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और बैंक के नोडल अधिकारी से संपर्क किया गया, जिससे 82.55 लाख रुपये की वसूली हुई।

    समय-समय पर अपने सिस्टम को करना चाहिए अपग्रेड 

    उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नागरिकों और संस्थाओं को ऐसे हमलों से बचने के लिए समय-समय पर अपने सिस्टम को अपग्रेड करना चाहिए। ऐसे सौदे करने से पहले ईमेल आईडी आदि की जांच और दोबारा जांच की जानी चाहिए।

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