Aurangzeb Controversy: औरंगजेब की कब्र को लेकर तेज हुआ सियासी संग्राम, मंत्री शिरसाट और नेता प्रतिपक्ष दानवे के बीच ठनी
शिवसेना के नेता और छत्रपति संभाजीनगर जिले के संरक्षक मंत्री शिरसाट ने कहा कि कब्र को हटा दिया जाना चाहिए। जो लोग औरंगजेब और उसकी कब्र से प्यार करते हैं वे इसके अवशेष अपने घर ले जा सकते हैं। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि कब्र की मौजूदगी इस बात की याद दिलाती है कि मुगल शासक को पराजित कर यहीं दफनाया गया था।

पीटीआई, छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र के मुद्दे पर सत्तारूढ़ शिवसेना और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले शिवसेना गुट के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि कब्र की मौजूदगी इस बात की याद दिलाती है कि मुगल शासक को पराजित कर यहीं दफनाया गया था।
औरंगजेब की कब्र के लिए महाराष्ट्र में कोई जगह नहीं
कहा कि कब्र को हटाने का आह्वान इस इतिहास को समाप्त करने की साजिश है। उन्होंने कब्र को हटाने की मांग करने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो ऐसा वहां जाकर कर डालो। राज्य सरकार में मंत्री संजय शिरसाट ने पलटवार करते हुए कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज को प्रताड़ित करने और उनकी हत्या करने वाले क्रूर शासक की कब्र के लिए महाराष्ट्र में कोई जगह नहीं है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता और छत्रपति संभाजीनगर जिले के संरक्षक मंत्री शिरसाट ने कहा कि कब्र को हटा दिया जाना चाहिए। जो लोग औरंगजेब और उसकी कब्र से प्यार करते हैं, वे इसके अवशेष अपने घर ले जा सकते हैं।
विपक्ष पाकिस्तान के झंडे के साथ रैलियां निकालता है
मंत्री ने दानवे पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष पाकिस्तान के झंडे के साथ रैलियां निकालता है। यदि वह इस तरह से सोचते हैं, तो उन्हें वहां जाकर नमाज अदा करनी चाहिए। इस बीच मिलिंद एकबोटे को 16 मार्च से पांच अप्रैल तक छत्रपति संभाजीनगर में प्रवेश करने से रोक दिया गया।
औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए खुल्दाबाद आ सकते हैं
उप स्थानीय जिलाधिकारी द्वारा शनिवार को जारी आदेश में जानकारी दी गई कि एकबोटे का संगठन धर्मवीर संभाजी महाराज प्रतिष्ठान हर वर्ष पुणे में छत्रपति संभाजी को श्रद्धांजलि देता है और खुफिया जानकारी मिली थी कि वह व उनके समर्थक औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए खुल्दाबाद आ सकते हैं।
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