Vande Mataram: महाराष्ट्र में फोन पर ‘हेलो’ की जगह ‘वंदे मातरम’ बोलने के आदेश का रजा अकादमी ने किया विरोध
Vande Mataram महाराष्ट्र में रजा अकादमी के अध्यक्ष सईद नूरी ने सुधीर मुनगंटीवार के फोन पर हेलो की जगह वंदे मातरम बोलने के आदेश का विरोध करते हुए कहा कि हम सिर्फ अल्लाह की पूजा करते हैं। इसलिए सरकार को कोई ऐसा पर्याय देना चाहिए जो सभी को मान्य हो।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Vande Mataram: महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य व वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने आदेश जारी किया है कि अब महाराष्ट्र में सभी सरकारी अधिकारी अपने फोन या मोबाइल पर अभिवादन के लिए ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ बोला करेंगे। मुनगंटीवार का यह आदेश एक मुस्लिम संगठन रजा अकादमी को रास नहीं आ रहा है।
सईद नूरी ने कहा, सरकार को कुछ ऐसा करना चाहिए जो सभी को मान्य हो
रजा अकादमी (Raza Akademi ) के अध्यक्ष सईद नूरी ने सुधीर मुनगंटीवार के फोन पर हेलो की जगह वंदे मातरम बोलने के आदेश का विरोध करते हुए कहा कि हम सिर्फ अल्लाह की पूजा करते हैं। इसलिए सरकार को कोई ऐसा पर्याय देना चाहिए, जो सभी को मान्य हो। नूरी के अनुसार, वह इस संबंध में उलेमाओं से चर्चा करके सरकार को पत्र लिखने वाले हैं।
मंत्री का जवाब, रजा अकादमी की तरह देश प्रेमी नागरिकों के भी हैं अपने अधिकार
सईद नूरी के इस वक्तव्य का उत्तर देते हुए मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि जैसे रजा अकादमी के अपने अधिकार हैं, उसी प्रकार देश प्रेमी नागरिकों के भी अपने अधिकार हैं। क्या रजा अकादमी उन देश प्रेमी नागरिकों के अधिकार नकार सकती है?
वंदे मातरम केवल एक शब्द ही नहीं, हर भारतीय की भावना है
रविवार को ही महाराष्ट्र में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हुआ है। सुधीर मुनगंटीवार ने सांस्कृतिक कार्य मंत्रालय का प्रभार मिलते ही आदेश जारी किया कि राज्य सरकार के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के कार्यालय में फोन पर अपनी बातचीत की शुरुआत हेलो के बजाय वंदे मातरम से करनी होगी। मुनगंटीवार के अनुसार, हेलो एक विदेशी शब्द है। इसका त्याग करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम सिर्फ एक शब्द ही नहीं, बल्कि हर भारतीय की भावना है। हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाकर अब 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी और कर्मचारी हेलो के बजाय अब वंदे मातरम से अपनी बातचीत का आरंभ करें।
महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री शिंदे ने लोक निर्माण, सामान्य प्रशासन और नगर विकास जैसे विभाग अपने पास रखे हैं तो गृह, वित्त, योजना, ऊर्जा, आवास व जल संसाधन जैसे विभाग उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हिस्से में गए हैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने के 40 दिन बाद नौ अगस्त को अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार करते हुए 18 कैबिनेट मंत्री शामिल किए थे। इनमें नौ भाजपा कोटे से एवं नौ शिवसेना शिंदे गुट के थे।
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