Pune Land Deal: एनसीपी नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को ED ने किया गिरफ्तार
Pune Land Deal एनसीपी नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। ये गिरफ्तारी 2016 में पुणे जमीन सौदे को लेकर की गई है। ईडी ने मंगलवार को गिरीश चौधरी से पूछताछ की थी और आज उसे अदालत में पेश किया जाएगा।

मुंबई, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी पीएमएलए एक्ट की धाराओं के तहत पुणे के एक जमीन घोटाले मामले में हुई है। यह मामला उस समय का है, जब खडसे भाजपा की देवेंद्र फडणवीस सरकार में राजस्व मंत्री थे।
ईडी के अधिकारियों के अनुसार मंगलवार सुबह गिरीश चौधरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। देर शाम तक चली करीब 13 घंटे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एक स्थानीय अदालत ने गिरीश को 12 जुलाई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि एकनाथ खडसे भाजपा के बहुत वरिष्ठ ओबीसी नेता रहे हैं। उन्हें स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे का करीबी माना जाता है। फडणवीस सरकार में भी वह करीब दो साल राजस्व मंत्री रहे हैं। उसी दौरान उन पर पुणे के भोसरी क्षेत्र स्थित महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमआईडीसी) का एक भूखंड खरीदने के मामले में उनपर अनियमितता का आरोप लगा था। इस मामले में हेमंत गावंडे नामक व्यक्ति ने खडसे पर सरकारी खजाने को लूटने का आरोप लगाया था। 2017 में खडसे के साथ-साथ उनकी पत्नी मंदाकिनी, दामाद गिरीश चौधरी एवं जमीन के मालिक अब्बास अकानी के विरुद्ध महाराष्ट्र की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने मामला दर्ज किया था।
खडसे ने इस मामले में सफाई दी थी कि यह जमीन उनकी पत्नी ने खरीदी है। इस सौदे से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। खडसे के अनुसार इस मामले में चार बार उनकी जांच हो चुकी है। उन्होंने हमेशा जांच में सहयोग किया है। हालांकि आरोप लगने के बाद उन्हें फडणवीस सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था। लेकिन 2018 में एसीबी ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी। लेकिन ईडी की जांच इस मामले में जारी रही है। खडसे से भी ईडी ने इसी साल जनवरी में पूछताछ की थी। उस समय तक वह भाजपा छोड़कर राकांपा में जा चुके थे। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि राकांपा में जाने के कारण उन्हें केंद्रीय एजेंसी द्वारा परेशान किया जा रहा है। हाल ही में ईडी ने कोर्ट को बताया था कि जमीन सौदे में खडसे आरोपित नहीं हैं। लेकिन वह पूछताछ में सहयोग नहीं करेंगे, तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इसलिए गिरफ्तारी की तलवार एकनाथ खडसे पर भी लटक रही है। महाविकास आघाड़ी की ओर से लगातार यह आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों के जरिए आघाड़ी के नेताओं को परेशान कर रही

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