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    350 फ्लाइट खड़े होने की क्षमता, 3.7 किमी लंबा रनवे; नवी मुंबई एयरपोर्ट से जल्द शुरू होंगी उड़ानें

    Updated: Sun, 22 Dec 2024 04:57 PM (IST)

    देश की इकोनॉमिक पावर हइस मुंबई में एयर कनेक्टविटी बढ़ाने और विकास की उड़ान को पंख देने के लिए नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जा रहा है जिसके पहले चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है। अप्रैल से यहां पर फ्लाइट भी शुरू हो जाएंगी। यह नया एयरपोर्ट कई मायनों में खास है जिससे देश में हवाई यात्रा की सूरत बदल जाएगी।

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    एयरपोर्ट के पहले चरण का काम लगभग 80 फीसदी पूरा हो चुका है। (Photo- nmiairport.co.in)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई को जल्द ही दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट मिलने जा रहा है। मुंबई महानगर क्षेत्र में शामिल नवी मुंबई में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनकर लगभग तैयार है और जल्द ही यहां कॉमर्शियल फ्लाइट का ट्रायल भी शुरू होने वाला है।

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    ऑपरेशनल होने के बाद यह भारत का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा, जिसके सभी टर्मिनल अंडरग्राउंड मेट्रो से जुड़े होंगे। वहीं यहां तक पहुंचने के लिए भी लगभग हर मोड में परिवहन की सुविधा मिलेगी, जिसमें यात्री मेट्रो, बुलेट ट्रेन, एक्स्प्रेसवे और अटल सेतू के माध्यम से एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे।

    पहले चरण का काम 80 फीसदी पूरा

    फिलहाल इसरे निर्माण का काम तेजी से जारी है और पहले चरण का काम 80 फीसदी पूरा भी हो चुका है। 31 दिसंबर को यहां कॉमर्शियल फ्लाइट का ट्रायल होगा। वहीं अप्रैल 2025 से यहां नियमित उड़ानें शुरू हो जाएंगी। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनएमआईए) का परिचालन शुरू होने के बाद लोगों के लिए सुविधा बढ़ जाएगी, क्योंकि उनके पास दो एयरपोर्ट से फ्लाइट लेने का विकल्प होगा।

    खासकर कि व्यस्ततम घंटों में यह काफी मददगार साबित हो सकता है। गौरतलब है कि मुंबई में पहले से ही छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पूरी क्षमता से काम कर रहा है, लेकिन लगातार बढ़ते हवाई यात्रियों से इस पर भी बोझ पड़ सकता है। ऐसे में मुंबई में दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की जरूरत महसूस की गई।

    350 विमानों के खड़े होने की क्षमता

    इस नए एयरपोर्ट की खास विशेषताओं की बात करें तो इसमें एक साथ 350 विमानों के खड़े होने की क्षमता होगी। करीब 76 प्राइवेट जेट विमानों को भी यहां रखा जा सकता है। इसका रनवे 3.7 किमी है, जोकि पूरी तरह से बनकर तैयार है। अगले चरण में एक और रनवे बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि पूरी तरह से एयरपोर्ट का परिचालन शुरू होने के बाद यहां सालाना 9 करोड़ से भी अधिक यात्री उड़ान भरेंगे।

    इसके अलावा कार्गो के लिहाज से भी यहां खास व्यवस्थाएं की गई हैं, जिसमें देश का सबसे बड़ा कार्गो सिस्टम तैयार किया जाना शामिल है। इसे बनाने में कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा है। जिस जमीन पर एयरपोर्ट बन रहा है, वहां पहले नदी और पहाड़ थे। ऐसे में पहाड़ों को काटकर और नदियों का रास्ता बदलकर एयरपोर्ट के लिए जमीन तैयार की गई।

    आर्थिक विकास को मिलेगी गति

    नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से केवल हवाई यात्रा सुगम नहीं होगी, बल्कि इससे आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक विकास भी होगा। साथ ही आगामी वर्षों में मुंबई की प्रगति में इसका अहम योगदान होगा। हवाई अड्डे के निर्माण और संचालन से हजारों रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। यह मुंबई को वैश्विक बाजारों से जोड़ेगा, साथ ही अंतरराज्यीय आवागमन को आसान बनाएगा।

    एयरपोर्ट बनने से क्षेत्र के आसपास आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। देश की बड़ी एमएनसी कंपनियां यहां ऑफिस खोल रही हैं। साथ ही कई रिहायशी इलाकों को भी विकसित किया जा रहा है। कई पांच सितारा होटल्स और शॉपिंग मॉल बनाए जाने के भी प्रस्ताव हैं। प्रमुख आईटी कंपनियां अपने ऑफिस भी यहां बना रही हैं।

    विश्व स्तरीय डिजाइन

    नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का डिजाइन जाहा हदीद आर्किटेक्ट्स ने तैयार किया है। जेडएचए ने अपनी एक पोस्ट में एयरपोर्ट की डिजाइन को लेकर लिखा, 'क्षेत्र में हवाई यात्रा की मांग में रिकॉर्ड वृद्धि को पूरा करते हुए, नवी मुंबई के तीन इंटरकनेक्टिंग टर्मिनलों का कॉम्पैक्ट लेआउट ZHA द्वारा 90 मिलियन वार्षिक यात्रियों की सेवा के लिए डिजाइन किया गया है। टर्मिनलों के स्तंभों और छतों के ऑर्गैनिक रूप कमल के फूल से प्रभावित हैं, जो भारत का राष्ट्रीय फूल है और देश की प्राचीन कला, वास्तुकला और साहित्य में प्रमुख है।'

    जेडएचए ने लिखा, 'अपने दो समानांतर रनवे के साथ, नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को एक मल्टी-मॉडल परिवहन केंद्र के रूप में भी डिजाइन किया गया है। साथ ही स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय रेल नेटवर्क के साथ इंटरचेंज है। हवाई अड्डे को नवी मुंबई मेट्रो लाइन 1 के साथ-साथ नियोजित मुंबई मेट्रो लाइन 8 और मुंबई-हैदराबाद हाई-स्पीड रेल लाइन से भी जोड़ा जाएगा।'

    2036 तक पूरी तरह होगा तैयार

    नवी मुंबई एयरपोर्ट का काम कुल चार चरणों में पूरा होगा। पहला चरण अप्रैल 2025 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण को 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं तीसरे चरण को 2032 एवं चौथे चरण को 2036 तक पूरा कर लिया जाएगा। पहले चरण के पूरा होने के बाद सालाना 2 करोड़ तक यात्री यहां से ट्रैवल कर सकेंगे। वहीं पूरी तरह तैयार होने के बाद यह संख्या 9.5 करोड़ तक पहुंच जाएगी।