'राष्ट्रीय सुरक्षा सिर्फ सेना ही नहीं, नागरिकों का दायित्व', दत्तात्रेय होसबाले ने कहा- सबको रहना होगा सतर्क
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने दिवंगत आईपीएस हिमांशु राय की स्मृति में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सभी देशवासियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने हिमांशु राय के योगदान को याद किया और मुंबई पुलिस के हवलदार तुकाराम ओंबुले को भी श्रद्धांजलि दी।
आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले। (फाइल फोटो)
जेएनएन, मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सभी देशवासियों की जिम्मेदारी है। इसके लिए सुरक्षाबलों के साथ-साथ सामान्य नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने यह बात मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त रहे दिवंगत आईपीएस हिमांशु राय की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए कही।
हिमांशु राय ने मुंबई पुलिस में रहते हुए कई महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं, लेकिन असमय कैंसर जैसी बीमारी से कुछ वर्ष जूझने के बाद उन्होंने स्वयं ही अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। उनकी स्मृति में उनकी पत्नी भावना राय, उनके साले एवं मशहूर लेखक अमीष त्रिपाठी तथा अमीष की पत्नी शिवानी ने मिलकर हिमांशु राय फाउंडेशन की स्थापना की है।
हिमांशु राय लीगेसी अवार्ड की स्थापना की गई
फाउंडेशन कई क्षेत्रों में सामाजिक कार्य कर रहा है। अब इसी फाउंडेशन के माध्यम से तीन अलग-अलग क्षेत्रों में ‘हिमांशु राय लीगेसी अवार्ड’ (स्मृति सम्मान) की स्थापना की गई है। हर साल दिए जानेवाले ये सम्मान राष्ट्रीय सुरक्षा, संगीत और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिए जाएंगे।
इन्हीं तीन सम्मानों की घोषणा के लिए सोमवार को मुंबई के एनसीपीए में आयोजित एक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने एक पुलिस अधिकारी एवं आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) प्रमुख के रूप में काम कर चुके हिमांशु राय के योगदान को याद करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्ष वर्दी में काम कर रहे एक सुरक्षाकर्मी के अलावा हर नागरिक की जिम्मेदारी है, और उसे यह जिम्मेदारी याद रखनी चाहिए।
मुंबई पुलिस के हवलदार तुकाराम ओंबुले को भी किया याद
इसी कड़ी में उन्होंने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले को याद करते हुए पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में अपनी जान गंवानेवाले मुंबई पुलिस के हवलदार तुकाराम ओंबुले को भी याद किया।
उन्होंने गर्व से कहा कि वर्ष 2014 के बाद से देश में कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ है। यही संयोग नहीं, बल्कि हमारी सीमाओं की सशक्त निगरानी, सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय, तथा हारी सेनाओं को आधुनिक तकनीक, हथियार और प्रशिक्षण से सुसज्जित करने के सुनियोजित प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इस मजबूती को बनाए रखने के लिए देश में विविधता में एकता की सनातन परंपरा व भावना को और सशक्त करना होगा। क्योंकि यही हमारी पहचान की आधारशिला है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।