Maharshtra: आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण पर कसा ईडी का शिकंजा, गलत ढंग से कमाए पैसों से संपत्ति खरीदने का आरोप
ईडी ने सोमवार को एक अदालत के समक्ष दावा किया कि मनी लॉड्रिंग में आरोपित शिवसेना (उद्धव गुट) के पदाधिकारी सूरज चव्हाण ने गलत ढंग से अर्जित आय का उपयोग संपत्ति खरीदने और डेयरी व्यवसाय में निवेश के लिए किया। कोरोना महामारी के दौरान प्रवासियों को खिचड़ी के वितरण में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले में चव्हाण की ईडी हिरासत 25 जनवरी तक बढ़ा दी।

पीटीआई, मुंबई। ईडी ने सोमवार को एक अदालत के समक्ष दावा किया कि मनी लॉड्रिंग में आरोपित शिवसेना (उद्धव गुट) के पदाधिकारी सूरज चव्हाण ने गलत ढंग से अर्जित आय का उपयोग संपत्ति खरीदने और डेयरी व्यवसाय में निवेश के लिए किया।
मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत ने कोरोना महामारी के दौरान प्रवासियों को खिचड़ी के वितरण में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले में चव्हाण की ईडी हिरासत 25 जनवरी तक बढ़ा दी। बाद में चव्हाण ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी को अवैध करार देते हुए विशेष अदालत द्वारा 18 जनवरी को ईडी को उनकी हिरासत दिए जाने के आदेश की वैधता को भी चुनौती दी।
आदित्य ठाकरे के करीबी हैं चव्हाण
चव्हाण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की युवा सेना की कोर कमेटी के सदस्य हैं। उन्हें शिवसेना (उद्धव गुट) नेता आदित्य ठाकरे का करीबी माना जाता है। एजेंसी के कार्यालय में पूछताछ के बाद चव्हाण को 17 जनवरी को मनी लॉड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया था।
एजेंसी ने रिमांड बढ़ाने का अनुरोध किया
सूरज चव्हाण की प्रारंभिक ईडी हिरासत सोमवार को समाप्त होने पर जांच एजेंसी ने यह दावा करते हुए सात दिन के लिए उनका रिमांड बढ़ाने का अनुरोध किया कि आरोपित ने मनी लॉड्रिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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