Chhath Puja 2020: महाराष्ट्र में समुद्र और नदी के किनारे छठ पूजा करने की अनुमति नहीं
Chhath Puja 2020 अनिल देशमुख ने कहा कि हमने दिशानिर्देश जारी किए हैं कि समुद्र तटों नदी तटों और तालाबों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं है। हम जनता से इन दि ...और पढ़ें

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि हमने दिशानिर्देश जारी किए हैं कि समुद्र तटों, नदी तटों और तालाबों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं है। हम जनता से इन दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील करते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि कोविड19 की स्थिति नियंत्रण में रहे। उनके मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए सभी त्योहारों को सादगी से मनाया गया। अभी छठ पूजा को सादगी से मनाने के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं। समुद्र और नदी के किनारे पूजा करने की अनुमति नहीं है। लोग पूजा अपने-अपने घरों में कर सकते हैं।
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पिछले आठ महीनों से बंद सभी धर्मस्थलों को सोमवार से फिर खोल दिया गया है। मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर, शिरडी समेत प्रमुख धाíमक स्थलों में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई है। राज्य सरकार ने मंदिर, गिरिजाघर, गुरुद्वारे और मस्जिद में जाने के दौरान श्रद्धालुओं को मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही, कोविड-19 के नियमों का पालन करना भी अनिवार्य होगा। महाराष्ट्र के प्रमुख त्योहारों में से एक दिवाली पड़वा पर मंदिरों के खुलने से भक्तों ने बड़े उल्लास से देवी-देवताओं के दर्शन किए। सतारा के पंढरपुर स्थित भगवान विट्ठल के मंदिर, ओस्मानाबाद स्थित देवी तुलजा भवानी मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा था।
वहीं, सिद्धिविनायक मंदिर के अध्यक्ष आदेश बंदेकर ने बताया कि मंदिर के अंदर सिर्फ एक हजार लोगों को ही प्रवेश मिलेगा। प्रति दिन इसके लिए मोबाइल एप से बुकिंग होगी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विगत शनिवार को कहा था कि सभी धर्मस्थल खुलने के साथ ही लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि वे यह कतई न भूलें कि कोरोना वायरस नाम का दानव अभी भी है, इसलिए इन स्थानों पर जाते हुए पूरी सावधानी बरतें और सभी नियमों का पालन करें।

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