Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Maharashtra: पिछले 24 घंटे में रायगढ़ में भारी बारिश, 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई

    By Jagran NewsEdited By: Jagran News Network
    Updated: Fri, 28 Jul 2023 04:38 PM (IST)

    रायगढ़ जिले में 24 घंटों में भारी बारिश हुई। पांच तालुकाओं में 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों के अनुसार जिले में सुबह 10 बजे तक 24 घंटों में 164.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों से पता चला कि उरण अलीबाग पेन पनवेल और मुरुड में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई जबकि रोहा में 24 घंटों में सबसे कम 140.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।

    Hero Image
    महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में 24 घंटों में भारी बारिश हुई। (फाइल फोटो)

    अलीबाग/मुंबई, पीटीआई। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में 24 घंटों में भारी बारिश हुई। पांच तालुकाओं में 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। जिला अधिकारियों के अनुसार, जिले में सुबह 10 बजे तक 24 घंटों में 164.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आंकड़ों से पता चला कि उरण, अलीबाग, पेन, पनवेल और मुरुड में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई, जबकि रोहा में 24 घंटों में सबसे कम 140.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।

    प्रमुख नदियों में बढ़ा जलस्तर

    अधिकारी ने कहा कि जिले की प्रमुख नदियां कुंडलिका, अंबा और पातालगंगा खतरे के स्तर को पार कर गई हैं, जबकि 24 बांध पानी से लबालब भरे हुए हैं। उन्होंने कहा, श्रीगांव बांध अपनी क्षमता के 80 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जबकि पुनाडे 81 प्रतिशत, कार्ले 68 प्रतिशत और रानीवली 66 प्रतिशत पर है।

    उन्होंने कहा कि जिले में बांधों की कुल भंडारण क्षमता 68.26 मिलियन क्यूबिक मीटर है और शुक्रवार तक यह 66.22 लाख क्यूबिक मीटर है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस बीच, गुरुवार रात अलीबाग तालुका के ताजपुर गांव में बारिश के बीच भूस्खलन हुआ।

    भारी बारिश से 300 से ज्यादा घर तबाह हुए

    अधिकारी ने बताया कि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने ग्रामीणों को अपने घर खाली करने और स्थानीय स्कूल भवन में स्थानांतरित होने के लिए नोटिस जारी किया है। प्रशासन के मुताबिक, पिछले 10 दिनों में भारी बारिश के कारण जिले में कुल 341 घरों को नुकसान हुआ है।

    जून में मानसून सीजन की शुरुआत के बाद से कम से कम 7,469 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। इसमें कहा गया है कि सबसे अधिक 2,810 लोगों को महाड में स्थानांतरित किया गया, इसके बाद रोहा में 1,351 और खालापुर में 1,039 लोगों को स्थानांतरित किया गया।