'अगर मर्द का बच्चा था तो...' अजित पवार पर बरस पड़े NCP शरद गुट के नेता; बताया- सरकार बनने के बाद क्या करेगी MVA
Maharashtra Election मुम्ब्रा-कलवा सीट से एनसीपी शरद गुट उम्मीदवार जितेंद्र आव्हाड ने मुंब्रा के चंदनगर में सभा को संबोधित करते हुए केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला। जितेंद्र आव्हाड ने अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि अरे तुम्हें (अजित पवार) हिम्मत थी तो बोलते कि मैं कोई नया निशान ढूंढ लेता हूं और चुनाव लड़ता हूं। तुमने अपने चाचा की पार्टी चुरा ली।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र चुनाव से पहले एनसीपी (शरद गुट) और एनसीपी (अजित पवार) गुट के नेताओं के बीच तीखी सियासी बयानबाजी चल रही है। मुम्ब्रा-कलवा सीट से एनसीपी (शरद गुट) उम्मीदवार जितेंद्र आव्हाड ने अजित पवार पर जमकर निशाना साधा है। आव्हाड ने आरोप लगाया कि अजित पवार ने अपने चाचा की पार्टी और चुनाव चिन्ह दोनों चोरी कर ली। जनता सारी बातें जानती है।
जितेंद्र आव्हाड ने अजित पवार पर जमकर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा, एनसीपी पार्टी किसकी थी? शरद पवार की थी, लेकिन अजित पवार ने धक्का देकर शरद पवार को बाहर कर दिया और जाते-जाते शरद पवार के हाथ से घड़ी भी छीन ली। यह पार्टी पॉकेटमारों की टोली है।
जितेंद्र आव्हाड ने अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा, अरे तुम्हें (अजित पवार) हिम्मत थी, मर्द का आलौद था तो बोलते कि मैं कोई नया निशान ढूंढ लेता हूं और चुनाव लड़ता हूं। तुमने अपने चाचा की पार्टी चुरा ली।
'शरद पवार किसी के आगे नहीं झुके'
उन्होंने शरद पवार का जिक्र करते हुए कहा कि जिस आदमी को फिफ्थ स्टेज कैंसर हुआ था, जिसकी हड्डी टूट गई थी, वो आदमी आज भी 18 घंटे काम कर रहा है। शरद पवार कभी भी नरेंद्र मोदी के सामने नहीं झुके, न अमित शाह के सामने झुके और मैं जानता हूं कैसे शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बढ़ाने का काम किया है। अभी जो अजित पवार के लोग मुंब्रा में आए और उनकी विचारधारा देखो गोलवलकर की दिशा की ओर जा रही है।
जितेंद्र आव्हाड ने मुंब्रा के चंदनगर में सभा को संबोधित करते हुए केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
हमारी सरकार बनने दो फिर सात दिनों के भीतर...
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (MVA) की सरकार आने दो और देखो कैसे हम अगले 7 दिन के अंदर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार का समर्थन केंद्र सरकार से वापस ले लेंगे।
बता दें कि आव्हाड, एनसीपी शरद गुट के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक हैं। उन्होंने छात्र जीवन के समय अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी। उन्होंने एक छात्र नेता के रूप में कार्य किया है। जितेंद्र आव्हाड ने 1982 में मुंबई विश्वविद्यालय में बढ़ती ट्यूशन फीस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिस दौरान वह सुर्खियों में आए।
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