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    'सत्ता में आने पर I.N.D.I.A बनेगा किसानों की आवाज', राहुल गांधी ने अन्नदाताओं को GST से बाहर करने व फसल बीमा योजना के पुनर्गठन का किया वादा

    Updated: Thu, 14 Mar 2024 08:01 PM (IST)

    राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान नासिक जिले के चांदवाड में एक किसान रैली को संबोधित कर रहे थे। इस रैली में उनके साथ राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत भी शामिल थे। राहुल ने कहा कि सत्ता में आने पर उनके और आइएनडीआइए के दरवाजे किसानों के लिए हमेशा खुले रहेंगे।

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    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( फाइल फोटो )

    राज्य ब्यूरो, मुंबई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि अगर विपक्षी दलों का गठबंधन आइएनडीआइए सत्ता में आता है तो वह किसानों की आवाज बनेगा और उनकी रक्षा के लिए नीतियां बनाएगा। उन्होंने किसानों को जीएसटी से बाहर करने और फसल बीमा योजना का पुनर्गठन करने का वादा भी किया।

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    राहुल गांधी अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान नासिक जिले के चांदवाड में एक किसान रैली को संबोधित कर रहे थे। इस रैली में उनके साथ राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत भी शामिल थे। राहुल ने कहा कि सत्ता में आने पर उनके और आइएनडीआइए के दरवाजे किसानों के लिए हमेशा खुले रहेंगे। उन्होंने किसानों से ऋण माफी, फसल बीमा योजना के पुनर्गठन, कृषि को जीएसटी से बाहर करने और केवल एक कर पर काम करने के प्रयास का वादा किया।

    राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

    राहुल गांधी ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी देने के कांग्रेस के वादे को दोहराया। उन्होंने किसानों को याद दिलाया कि पिछली कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने किसानों का 70,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था। जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया जो मनरेगा की 24 वर्षों की धनराशि के बराबर है।

    टीवी चैनलों पर आपको इन मुद्दों पर नहीं दिखाई देगी चर्चा 

    राहुल ने कहा, 'देश में आज किसान, महंगाई, बेरोजगारी और अग्निवीर के मुद्दे हैं, लेकिन टीवी चैनलों पर आपको कभी इन मुद्दों पर चर्चा दिखाई नहीं देगी। इसके बजाय टीवी चैनल 24 घंटे प्रधानमंत्री मोदी को दिखाते हैं, कभी वह पूजा करने के लिए समुद्र के नीचे जाते हैं और टीवी कैमरे उनके साथ जाते हैं, उसके बाद वह सी प्लेन पर उड़ान भरते हैं। बाद में वह चीन सीमा पर जाएंगे और मीडिया उनके पीछे जाएगा। फिर वह पाकिस्तान के बारे में बात करेंगे। उसके बाद कोविड-19 महामारी आएगी और सब ताली व बर्तन बजाएंगे।

    केंद्र सरकार पर किसानों और कृषि के प्रति उदासीन

    वह हर किसी को नाच नचाएंगे।'राकांपा (शरदचंद्र पवार) नेता शरद पवार ने केंद्र सरकार पर किसानों और कृषि क्षेत्र की दुर्दशा के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण किसान कर्ज में डूबे हुए हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि महंगाई को आमंत्रित करने वाली किसान विरोधी और युवा विरोधी सरकार को हराना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) लोगों के हितों के लिए संघर्ष में राहुल गांधी के साथ है। बता दें कि एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं। ये राष्ट्रीय स्तर के विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए का हिस्सा हैं।

    बाद में कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने पत्रकारों से कहा कि अगर इस साल के लोकसभा चुनाव के बाद विपक्षी गठबंधन सरकार बनाता है तो ऋण माफी की मात्रा तय करने के लिए एक अलग आयोग का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में एक नई फसल बीमा योजना भी बनाई जाएगी।

    र्त्यंबकेश्वर मंदिर में की पूजा-अर्चना

    राहुल गांधी ने बाद में नासिक में रोडशो और नुक्कड़ सभा की जिसमें उन्होंने जातिगत गणना की मांग दोहराई। वह ‌र्त्यंबकेश्वर मंदिर भी गए और वहां पूजा-अर्चना की। ‌र्त्यंबकेश्वर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।

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